कानपुर (ब्यूरो)। सिटी में खुले नालों के चलते हुए हादसे में मौत के बाद नगर निगम ने उन्हें बंद करने का फैसला किया है। शासन के निर्देश पर सिटी में जितने भी बड़े नाले खुले है उन्हें 15वें वित्त आयोग के बजट से बंद किया जाएगा। नगर निगम चीफ इंजीनियर मनीष अवस्थी के मुताबिक शासन के निर्देश पर खुले नालों को लेकर रिपोर्ट तैयार की जा रही है। दो जोन की रिपोर्ट आई है। बाकी 4 जोनों की रिपोर्ट तैयार की जा रही है। फ्राइडे तक सभी जोनों से खुले नालों को चिन्हित कर जल्द ही उन्हें ढकना का काम शुरू कर दिया जाएगा।
पहले स्टेज में 10 करोड़ का बजट
सिटी में करीब 30 किमी की लंबाई में खुले नाले है। जिसमें 50 से ज्यादा एक मीटर चौड़ाई वाले नाले है जिन्हें अब ढका जाएगा। सिटी के पूरे नालों को ढकने के लिए नगर निगम को करीब 90 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे, हालांकि पहले फेज में नगर निगम चिन्हित सबसे ज्यादा डेंजर वाले नालों को बंद करेगा। जिसके लिए वह 10 करोड़ का बजट भी खर्च कर रहा है।
नालों को पक्का कर चैनल बनाया जाएगा
नगर निगम ने नालों को ढकने का फैसला किया है लेकिन एनजीटी का आदेश उनकी इस राह में रोडा बन सकता है। एनजीटी के आदेशों के मुताबिक बड़े को कवर नहीं किया जा सकता है। क्योंकि, ऐसे में जहरीली गैंसे एकत्र होकर विस्फोट कर सकती हैं। इसलिये नालों को पक्का कर चैनल बनाया जाएगा। जिससे कि नदियों में सॉलिड वेस्ट न जाए। वहीं, लोगों की नजर में न आए, इसके लिए लोहे की मोटी चादरों की दीवार खड़ी की जाएगी।
जोन- 4 में ये नाले ढके जाएंगे
-खेडिय़ा नाला, रावतपुर से कंपनीबाग, सीसामऊ नाला, वीआईपी रोड पर पॉवर हाउस से टैफ्को चौराहा तक, एफएम कॉलोनी से वीआईपी रोड तक, मुर्गा मार्केट से मछली मार्केट होते हुए लॉक कॉलेज तक, गूदड़ बस्ती नाला, महात्मा गांधी स्कूल फूलमती पार्क तक नाले ढके जाएंगे।