-एसपी साउथ ने किया गिरोह का भंडाफोड़, डिलीवरी ब्वॉय करते थे खेल, करोड़ों की ठगी को दिया अंजाम
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KANPUR : अगर आप ऑनलाइन मोबाइल मंगाते हैं और डिलीवरी के बाद पैकेट में साबुन निकलता है। नये पंखे की जगह पुराना पंखा या मशीन की जगह पत्थर निकलते हैं तो इसमें कंपनी की कोई गलती नहीं है। ये सारा खेल डिलीवर ब्वॉय करते हैं। एसपी साउथ ने एक ऐसे ही गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए 5 डिलीवरी ब्वॉय को अरेस्ट किया है। ये लोग अब तक करोड़ों की ठगी को अंजाम दे चुके हैं।
ऐसे देते थे अंजाम
पुलिस ने अमेजन कंपनी के डिलीवरी एसोसिएट के वेंडर और एक अधिकारी को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे फ्रेश माल को अपनी साठगांठ वाले डिलीवरी ब्वाय को देकर फर्जी नाम पते पर डिलीवर कराते थे। इस पैकेट को लेने वाला कंपलेंट कर देता था। ऐसी शिकायत पर तुरंत रुपये वापस हो जाते थे। इसमें पैकेट वापस लेने वाले की जिम्मेदारी होती थी कि वह सामान को चेक करके ले। लेकिन कंपनी में काम करने वाले सीनियर्स साठगांठ कर खराब माल ही कंपनी में भेज देते थे। इन सीनियर्स को बाजार में बिके माल का 10 प्रतिशत मिलता था। इस तरह वेंडर कंपनी का असली माल भी बेच लेते थे और रिफंड कराकर अपने साथ वालों को भी फायदा कराते थे।
इस तरह से गिरोह चढ़ा हत्थे
पुलिस को ऑनलाइन शॉपिंग में ठगी की लगातार शिकायतें आ रही थीं। एसपी साउथ दीपक भूकर ने गोविंद नगर इंस्पेक्टर अनुराग मिश्र और स्वाट टीम प्रभारी को गिरोह की सुरागरसी में लगाया। पुलिस को इस दौरान विश्व बैंक बर्रा निवासी वेंडर उदय कुमार का पता चला। उदय से सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने दीनदयाल पुरम निवासी अमित पटेल, बर्रा-7 निवासी प्रदीप सिंह, सिविल लाइंस निवासी जीतेंद्र सिंह और रतनलाल नगर निवासी विकास कुमार को गिरफ्तार करा दिया। ये सभी अमेजन कंपनी में आउटसोर्सिग पर भर्ती किए वेंडर थे।
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गिरोह का खुलासा कर 5 आरोपियों को अरेस्ट किया गया। इस गिरोह से जुड़े कुछ और लोगों की तलाश पुलिस की टीम कर रही है।
दीपक भूकर