- कानपुर में बैठकर अमेरिकी नागरिकों से ठगी करने वाले गिरोह का क्राइम ब्रांच ने किया पर्दाफाश, मास्टरमाइंड सहित 4 अरेस्ट

- काकादेव में कॉलसेंटर के जरिए ऑपरेट हो रहा थ रैकेट, अमेरिकन एक्सेंट में बोलने वाले 20 लड़के-लड़कियो को दे रखी थी नौकरी

KANPUR: शहर की पुलिस और क्राइम ब्रांच ने कानपुर में बैठकर अमेरिका में ऑनलाइन ठगी करने वालें गैंग का पर्दाफाश किया है। ठगी का यह पूरा खेल काकादेव में एक कॉलसेंटर बनाकर ऑपरेट हो रहा था। कॉलसेंटर का एक बैक ऑफिस नोएडा में काम कर रहा है। पुलिस ने इस मामले में रैकेट के मास्टरमाइंड सॉफ्टवेयर इंजीनियर सहित 4 लोगों को अरेस्ट किया है। साइबर ठगों का यह गिरोह अब तक अमेरिकी नागरिकों को 9 लाख डॉलर की चपत लगा चुका है.डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल ने वेडनसडे को इस पूरे मामले का खुलासा किया।

कई और सेंटर भी चल रहे

डीसीपी ने साइबर ठगी के इस मामले की पूरी डिटेल सामने रखी तो हर सुनने वाले के होश उड़ गए। वहीं इस पूरे घटनाक्रम में कानपुर में चल रहा कालसेंटर सिर्फ एक कड़ी है। इस तरह के कई और सेंटर्स के चलने की भी जानकारी मिली है.पुलिस के दावे पर यकीन करें तो सरगना मोहिंद्रा शर्मा ने दिल्ली में एक कंपनी से संपर्क करने के बाद यह कॉलसेंटर खोला था।

50 रुपए महीने पर ऑफिस

डीसीपी सलमान ताज पाटिल ने जानकारी दी कि मोहिंद्रा शर्मा ने काकादेव में 50 हजार रुपए प्रति महीना किराए पर यह कॉलसेंटर खोला था। साथ ही 20 लोगों को नौकरी पर रखा था। अमेरिकन लोगों से बातचीत करने के लिए उन्हें अमेरिकन एक्सेंट में बोलने की ट्रेनिंग भी दी गई थी। वह फोन पर एक तरह से मॉलवेयर डिस्फंशन होने का पैकेज बेच रहे थे, लेकिन असल खेल मोहिंद्रा कर रहा था। पुलिस के मुताबिक वह खुद पुणे यूनिवर्सिटी से बीटेक पास है। कई साल तक बड़ी कंपनियों में जॉब भी कर चुका है।

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300 लोगों को हर महीने औसतन बना रहे थे ठगी का शिकार

27 हार्ड डिस्क की गई बरामद, 16 अलग अलग बैंकों के एटीएम मिले

अन्य बरामदगी-

पासपोर्ट,आधार कार्ड, 5 मोबाइल फोन, अमेरिकन एक्सप्रेस बैंक का कार्ड, होटल ताज का मेंबर शिप कार्ड

यह लोग हुए अरेस्ट-

मोहिंद्रा शर्मा मूल निवासी नोएडा सेक्टर-25, हाल पता फजलगंज

संजीव गुप्ता, फिरोजाबाद

जिकुरल्ला निवासी प्रतापगढ़

सूरज सुमन मूल निवासी बिहार, हाल पता शारदा नगर