कानपुर(ब्यूरो)। कानपुराइट्स को जल्द एसी इलेक्ट्रिक व सीएनजी बस में सफर करने के लिए परिवहन निगम को एक रुपए सरचार्ज पे करना होगा। सरचार्ज लगाने का उद्देश्य विभिन्न स्पेशल पर्पज व्हीकल &एसपीवी&य में लागू किराए में एकरूपता लाना है। थर्सडे को लखनऊ में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित निधि प्रबंध समिति ने प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। इसके अलावा बैठक में मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने बसों में पैसेंजर्स की संरक्षा व सुरक्षा को बढ़ाने का आदेश दिया है।
30 से 32 हजार डेली
कानपुर में संचालित इलेक्ट्रिक व सीएनजी बसों में डेली 30 से 32 हजार कानपुराइट्स डेली सफर करते हैं। परिवहन निगम के अधिकारियों के मुताबिक डेली इलेक्ट्रिक एसी बसों में 16 हजार के लगभग व सीएनजी बसों में डेली 15 हजार के लगभग पैसेंजर्स सफर करते हैं। उस हिसाब से सरचार्ज पे सिस्टम लागू होने के बाद डिपार्टमेंट को डेली 30 से 32 हजार रुपए की अतिरिक्त आय होगी। जिससे वह पैसेंजर्स को विभिन्न सुविधाएं मुहैया कराएंगे।
230 से अधिक बसें
कानपुर सिटी व सिटी से जुड़े एरियाज के लिए 230 से अधिक बसों का डेली संचालन विभिन्न रूटों पर हो रहा है। अधिकारियों के मुताबिक कानपुर में वर्तमान में 98 एसी इलेक्ट्रिक बस का संचालन 13 रूटों पर हो रहा है। वहीं 130 से अधिक सीएनजी नॉन एसी बसों का संचालन सिटी के 12 विभिन्न रूटों पर किया जा रहा है। जिससे डेली 9 लाख से अधिक इनकम हो रही है।
पैनिक बटन व जीपीएस की सुविधा
लखनऊ में आयोजित बैठक में मुख्य सचिव ने सिटी बसों में पैनिक बटन, जीपीएस व सीसीटीवी की सुविधा देने का आदेश दिया है। इसके अलावा महिला पैसेंजर्स के लिए सीट रिजर्व रखने का भी आदेश दिया है। पुरानी सीएनजी बसों में जीपीएस, पैनिक बटन की सुविधा नहीं है। जिसमें यह सुविधा बढ़ाई जाएगी। वहीं इलेक्ट्रिक बसों में यह सुविधा होने के बावजूद चालू हालत में नहीं है। जिसको एक्टिव करने का आदेश दिया गया है।
लाइव वीडियो स्ट्रीमिंग हो
सिटी बसों के अंदर का लाइव वीडियो स्ट्रीमिंग की सुविधा मुहैया होने का आदेश भी मुख्य सचिव ने अधिकारियों को दिया है। जिससे बसों का रियल टाइम वीडियो सीधा इंट्रीगेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर &आईसीसीसी&य में प्रसारित किया जा सके। इस सुविधा से बसों में महिलाओं संग होने वाली अभद्रता व अपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगा सकेगा।बैठक में पास हुए सर्कुलर अभी मेरे पास नहीं आया है। संभावना जताई जा रही है कि मंडे तक पास हुए प्रस्ताव का सर्कुलर मिल जाए। सर्कुलर के आदेशानुसार नियमों को लागू किया जाएगा।
लव कुमार, आरएम, रोडवेज