कानपुर(ब्यूरो)। महिला के प्लॉट पर कब्जा, आगजनी और फर्जी दस्तावेज से हवाई यात्रा करने में गिरफ्तार सपा विधायक इरफान सोलंकी रोजाना नई मुसीबतों में घिरते जा रहे हैं। ताजा मामला बेहद संगीन और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। उन पर एक बांग्लादेशी को अवैध रूप से भारतीय बनाने में मदद का आरोप है। पुलिस ने लंबे समय से पहचान छिपाकर कानपुर में रह रहे बांग्लादेशी डॉ। रिजवान, उनकी पत्नी और सास ससुर को गिरफ्तार किया है। जांच में सामने आया है कि डॉ। रिजवान ने फर्जी दस्तावेज के सहारे पासपोर्ट और आधार कार्ड भी बनवा लिया था। इन दस्तावेज को बनवाने के लिए विधायक इरफान सोलंकी और पार्षद मन्नू रहमान ने अपने लेटर पैड पर लिखकर सिफारिश की थी।
जाली दस्तावेज का इस्तेमाल
जेसीपी आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि आर्यनगर में किराए के फ्लैट में रहने वाले डॉ। रिजवान को अरेस्ट किया है। रिजवान बांग्लादेश का रहने वाला है। उसने कानपुर में रहने वाले खालिद की बेटी हिना से शादी की थी। इसके बाद डॉ। रिजवान चोरी-छिपे कानपुर में ही आकर बस गया था। इतना ही नहीं फर्जी आधार कार्ड बनाया और अन्य जाली दस्तावेज की मदद से पासपोर्ट भी बनवा लिया था। इस पूरे काम में उसकी पत्नी हिना और ससुर खालिद ने मदद की थी। पुलिस ने रिजवान के साथ ही उसकी पत्नी हिना, ससुर खालिद और बेटी रुखसार को अरेस्ट कर लिया है। बांग्लादेशी होने के बाद भी कानपुर में चोरी-छिपे रहने और फर्जीवाड़ा करके आधार, पासपोर्ट बनवाने समेत अन्य गंभीर आरोप पाए गए हैं।
लेटरपैड पर लिखकर दिया
जेसीपी आनंद प्रकाश तिवारी के अनुसार जांच के दौरान सामने आया है कि डॉ। रिजवान के फर्जीवाड़ा करने में विधायक इरफान सोलंकी और पार्षद मन्नू रहमान की अहम भूमिका सामने आई है। दोनों ने अपने-अपने लेटर पैड पर लिखकर दिया था कि डॉ। रहमान भारतीय हैं। इसी आधार पर उनका आधार कार्ड और फिर सभी दस्तावेज बन गए थे। पुलिस इस मामले में अब विधायक और पार्षद को भी आरोपी बना सकती है। मामले की जांच की जा रही है।
मिला लाखों रुपए और सोना
जांच के दौरान आरोपी के पास से करीब 20 से 25 लाख रुपए के सोने के जेवरात, सोने के बिस्किट समेत अन्य माल बरामद हुआ है। इसके साथ ही 14.56 लाख रुपए कैश, एक हजार डॉलर और बांग्लादेश के चारों का पासपोर्ट बरामद हुआ है। शातिर ने भारत और बांग्लादेश दोनों जगह से अपना और पूरे परिवार का पासपोर्ट बनवा रखा था।
जाली पासपोर्ट से विदेश यात्रा
जांच के दौरान सामने आया कि डॉ। रिजवान ने भारत से बांग्लादेश ही नहीं अमेरिका, बैंकॉक समेत कई देशों की फर्जी पासपोर्ट से यात्रा की है। एनआईए, एटीएस, मिलिट्री इंटेलिजेंस समेत अन्य सुरक्षा एजेंसियों को भी पूरे मामले की जानकारी दी गई है। इन सभी सुरक्षा एजेंसियों के अफसर अपने-अपने स्तर से पकड़े गए डॉ। रिजवान और उनके पूरे परिवार से पूछताछ में जुटे हैं।
एजेंसिया खंगाल रहीं संबंध
डॉ। रिजवान को भले ही पुलिस ने कार्रवाई करने के बाद जेल भेजने की तैयारी कर ली है, इसके बाद भी एजेंसियों ने डॉ। रिजवान और उनके परिवार के विधायक इरफान से संबंध तलाशने शुरू कर दिए हैैं, हालांकि अभी बहुत से सवाल हैैं जिनकी तलाश एजेंसी के साथ पुलिस को भी करनी होगी। मसलन डॉ। इरफान कब से देश और कानपुर में रह रहे हैैं? वे कानपुर में शादी के बाद से क्या कर रहे थे? फर्जी पासपोर्ट बनवाने में उनकी मदद किसने की? इसकी जानकारी किसको-किसको थी।
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फर्जी पासपोर्ट इस्तेमाल करने में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनकी मदद सपा विधायक इरफान और पार्षद मन्नू रहमान ने की थी। मामले में जांच की जा रही है।
आनंद प्रकाश तिवारी, जेसीपी कानपुर कमिश्नरेट