कानपुर (ब्यूरो) कुलपति प्रो। विनय कुमार पाठक ने बताया कि इससे पूर्व सीएसजेएमयू तीन बार प्रतियोगिता की मेजबानी कर चुका है। प्रतियोगिता साफ्टवेयर बनाने, रचनात्मकता, टीम वर्क व इनोवेशन को बढ़ावा मिलता है। किसी भी संस्थान या विश्वविद्यालय से एक या एक से अधिक टीमें प्रतिभाग कर सकती हैं।

हर टीम में होते तीन पार्टिसिपेट
प्रति कुलपति प्रो। सुधीर कुमार अवस्थी ने बताया कि हर टीम में तीन स्टूडेंट्स होते हैं। इसके लिए 70 टीमों का सेलेक्ट हो चुकी हैं। वर्ष 1997 से आइसीपीसी में छात्रों की भागीदारी में 1800 प्रतिशत वृद्धि हुई है। पिछले सत्र में 111 देशों के 4098 विश्वविद्यालयों व संस्थानों के 61987 छात्र शामिल हुए थे।

ऑनलाइन होगी मॉनीटरिंग
कंप्यूटर साइंस विभाग के डा। संदेश गुप्ता ने बताया कि इस बार भी दूसरे चरण में 70 टीमें कोड्रिल्स साफ्टवेयर पर कॉम्पटीशन होगा। गलत जवाब पर अंकों में कटौती भी होगी। निर्णायकों की टीम आनलाइन ही आकलन करेगी और एक अक्टूबर की शाम पांच बजे तक परिणाम जारी होंगे। इसके आधार पर सर्वश्रेष्ठ टीम को नकद पुरस्कार के साथ अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में शामिल होने का मौका मिलेगा।