इसकी खोज करने वाले जीवाश्म वैज्ञानिकों को इस जगह से ऐसे दस अलग-अलग बसेरे मिले हैं जिनमें 6-7 सेंटीमीटर लंबे कम से कम 34 अंडे मिले हैं।
ये जीवाशेष 'प्रोसॉरोपोड मैसोपोन्डिलस' प्रजाति के डायनासोर का है जो लंबी गर्दन वाले सॉरोपोड प्रजाति के डायनासोर डिप्लोडोकस से संबंधित है।
इन ठिकानों से मिली जानकारी के अनुसार ये डायनासोर अंडे देने के लिए बार-बार इन कीड़ा स्थलों पर लौट कर आते थे और यहां झुंड में अंडे देकर वापस चले जाते थे, इस प्रक्रिया को उपनिवेशीय तरीके से घर बसाना कहा जाता है।
19 करोड़ साल पुराने अवशेष
इस 19 करोड़ साल पुराने अवशेषों में डायनासोर के भ्रूणीय कंकाल भी मिले हैं जिनका वर्णन राष्ट्रीय विज्ञान एकेडेमी में किया गया है। ये कंकाल दक्षिण अफ्रीका के गोल्डन गेट नेश्नल पार्क में एक 25 मीटर लंबे चट्टान में पाए गए हैं।
शोधकर्ताओं के अनुसार इस तरह के कई और स्थल इन चट्टानों में समाए हुए हैं जो समय बीतने पर अपने आप नज़र आने शुरु हो जाएंगे। लेकिन इस ताज़ा खोज ने अब तक पृथ्वी में डायनासोर के इतिहास के बारे में मिली जानकारियों को काफ़ी हद तक विस्तृत किया है।
रॉयल ओनटारियो म्यूज़ियम में वर्टीब्रेट पैलियनटोलॉजी विभाग में सहायक संरक्षक के पद पर तैनात डेवि़ड इवांस कहते हैं,''वैसे तो डायनासोर के अवशेषों के बारे में हमें अब तक व्यापक जानकारी हासिल हो चुकी है लेकिन उनके प्रजनन संबंधी जानकारियों का अब भी का काफी अभाव है, खासकर इनकी शुरुआती पीढ़ी के बारे में''।
डेविड आगे कहते हैं,''इन 19 करोड़ साल पहले पुराने प्रजनन स्थलों की जानकारी के बाद हमें पहली बार डायनासोर के शुरुआती पीढ़ियों के विकास को दर्शाने वाले इतिहास की अनोखी जानकारी मिल सकेगी जिससे अब से पहले तक हम अनजान थे''।
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