-नगर निगम शुरू करने जा रहा है ऑनलाइन सेल्फ असेस्मेंट सर्विस, कोडिंग का काम पूरा
-हाउस टैक्स कम करने के 'खेल' पर लगेगी रोक, नगर निगम का नहीं होगा रेवेन्यू लॉस
- टैक्स न जमा करने पर नगर निगम कॉल कर दे रहा रिमाइंडर
-1 महीने में 15 हजार को की गई कॉल, 7100 ने भरा टैक्स
KANPUR: लोगों को हर सुविधा घर बैठे और आसानी से मुहैया कराने के लिए नगर निगम भी स्मार्ट हो रहा है। इसी कड़ी में नगर निगम ने पुराने हाउस टैक्स के सिस्टम को पूरे तरीके से मेकओवर कर दिया है। 2001 में शुरू हुआ हाउस टैक्स सेल्फ असेस्मेंट प्रॉसेस को भी अब ऑनलाइन किया जा रहा है। अभी तक ये प्रॉसेस मैनुअल चल रहा था। आने वाले 15 से 20 दिनों में इसे ऑनलाइन कर दिया जाएगा। हाउस टैक्स की कोडिंग का काम पूरा किया जा चुका है। नगर निगम अधिकारियों के बीच इसका ट्रायल चंद दिनों में शुरू कर दिया जाएगा। सबकुछ सही होने पर इसे पब्लिक के लिए भी ओपन कर दिया जाएगा। इसका लाभ सिटी के लाखों लोग घर बैठे उठा सकेंगे।
ये होगा पूरा प्रॉसेस
अभी तक नगर निगम से फॉर्म लेकर लोगों को रजिस्ट्री में दर्ज जमीन की एरिया के साथ ही दुकान और मकान की पूरी डिटेल भरकर देनी होती है। इसके बाद इसका क्षेत्रीय आरआई द्वारा सेल्फ असेस्मेंट के आधार पर हाउस टैक्स निर्धारित कर दिया जाता है। लेकिन, अब इसे लोग ऑनलाइन ही घर बैठे कर सकेंगे। ऑनलाइन फॉर्म को बेहद सिंपल रखा गया है। फॉर्म सबमिट होते ही हाउस टैक्स का निर्धारण शुरू हो जाएगा। गलत जानकारी देने पर 1 हजार रुपए जुर्माना भी लगाया जाएगा।
खत्म होगा करप्शन
लोग नगर निगम को हाउस टैक्स देना चाहते हैं। लेकिन टिपिकल प्रॉसेस और करप्शन के चलते लोग इससे दूरियां बनाकर रखते हैं। लेकिन, अब ऐसा नहीं होगा। वहीं हाउस टैक्स कम करने के 'खेल' में पूरी तरह से रोक लग जाएगी। इससे नगर निगम का रेवेन्यू लॉस न के बराबर होगा।
कमांड सेंटर से आएगी कॉल
नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी ने गवर्नमेंट संस्थाओं में काम कर रही वीडीएआई बायोटेक कंपनी को अप्वाइंट किया है। ये कंपनी ही हाउस टैक्स में सभी व्यवस्थाओं को ऑनलाइन करने का काम कर रही है। कंपनी के को-फाउंडर दीपेश चौहान ने बताया कि पिछले 1 महीने में 15 हजार लोगों को कंट्रोल एंड कमांड सेंटर से कॉल कर कहा गया कि हाउस टैक्स बैलेंस है, इसे जमा कीजिए। इसमें 7100 लोगों ने जवाब दिया कि मुझे मालूम ही नहीं था कि कब जमा करना है। करीब 900 लोगों ने हाउस टैक्स जमा किया और 1 महीने में करीब 1 करोड़ रुपए हाउस टैक्स का कलेक्शन हुआ है। इसमें उन लोगों को कॉल किया गया है जिनका हाउस टैक्स 10 से 20 हजार के बीच में बैलेंस है। पूरे सिस्टम के लिए सॉफ्टवेयर तैयार किए जा रहे हैं।
एक महीने में 1 करोड़ का कलेक्शन
-वीडीएआई बायोटेक कंपनी सभी व्यवस्थाओं को कर रही है ऑनलाइन
- 1 महीने में 15 हजार लोगों को कंट्रोल एंड कमांड सेंटर से आई कॉल
-प्रॉपटी होल्डर को हाउस टैक्स बकाया होने की दी गई जानकारी
- 50 परसेंट लोगों ने जवाब दिया उन्हें पता हीं नहीं था बकाए के बारे में
- जिन्हें कॉल की गई उनमें से 900 लोगों ने हाउस टैक्स जमा कराया
- एक महीने में लगभग 1 करोड़ रुपए हाउस टैक्स का कलेक्शन हुआ है
80 हजार लोगों को एसएमएस
नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी ने बताया कि नगर निगम में लगभग 4 लाख लोग हाउस टैक्स जमा करते हैं। इसमें करीब 2 लाख लोगों के ही मोबाइल नंबर रजिस्टर हैं। 80 हजार लोगों को एसएमएस के माध्यम से हाउस टैक्स का बिल भेजा जा रहा है। लोग इसमें ऑनलाइन पेमेंट भी कर रहे हैं। इसमें कॉल करने पर लोग हाउस टैक्स से रिलेटेड प्रॉब्लम भी शेयर कर रहे हैं। मौके पर आरआई को भेजकर हाउस टैक्स बिल को ठीक कराया गया। वहीं कई लोगों ने उम्र ज्यादा होने की वजह से हाउस टैक्स जमा करने पर असमर्थता जताई, जिसके चलते आरआई को घर भेजकर बिल कलेक्शन किया गया। इससे हाउस टैक्स कलेक्शन में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है।
जोन वाइज रजिस्टर प्रॉपर्टी
जोन प्रॉपर्टी
1 33,781
2 1,14,578
3 65,814
4 32,020
5 75,009
6 83,149
नगर निगम में रजिस्टडर् प्रॉपर्टी
रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी- 3,65,534
नॉन रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी- 63,023
मोबाइल पर चाहिए हाउस टैक्स अलर्ट तो यहां करें अप्लाई
kmc.up.nic.in/
सेल्फ असेस्मेंट प्रॉसेस को पूरी तरह से ऑनलाइन करने की प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही इसका ट्रायल शुरू हो जाएगा। हाउस टैक्स ऑनलाइन अलर्ट पाने के लिए लोग ज्यादा से ज्यादा वेबसाइट पर नंबर रजिस्टर्ड कराएं। लोग ऑनलाइन भी टैक्स भर सकते हैं।
-अक्षय त्रिपाठी, नगर आयुक्त।