- कोरोना काल में प्रैक्टिकल के लिए एचबीटीयू के प्रोफेसर ने बनाए दो विशेष तरह के सिम्युलेटर

- वर्चुअल लैब की तरह, प्रैक्टिकल के लिए ऐसा सिम्युलेटर देश में पहली बार बनाने का किया दावा

KANPUR : कोरोना काल में पढ़ाई जारी रखने के लिए ऑनलाइन क्लासेस हो रही हैं लेकिन इसके जरिए सिर्फ थ्योरी क्लास हो रही हैं, स्टूडेंट्स प्रैक्टिकल नहीं कर पा रहे हैं। एचबीटीयू ने इस प्रॉब्लम को भी सॉल्यूशन निकाल लिया है। एचबीटीयू के प्रोफेसर ने दो सिम्युलेटर विशेष तरीके से बनाए हैं, जिसकी हेल्प लेकर पेंट, प्लास्टिक और फूड टेक्नोलॉजी के स्टूडेंट्स घर से ही प्रैक्टिकल कर सकेंगे। उन्हें लैब में करने वाले नतीजे और उसका रिजल्ट कंप्यूटर या लैपटॉप पर ऑनलाइन ही मिल जाएंगे। एक्सपर्ट का दावा है कि पहली बार देश में इस तरह का सिम्युलेटर बनाया गया है।

दूसरे सेमेस्टर में किया ट्रांसफर

कोविड-19 के संक्रमण के मद्देनजर एजूकेशनल इंस्टीट्यूट्स में ऑनलाइन पढ़ाई कराई जा रही है। कई जगह न्यू सेशन शुरू हो चुका है, जबकि कुछ में सितंबर से चालू करने की तैयारी है। स्टूडेंट्स को थ्योरी में कोई खास प्रॉब्लम नहीं है, लेकिन प्रैक्टिकल की बड़ी प्रॉब्लम है। आईआईटी समेत कई टेक्निकल इंस्टीट्यूट्स ने लैब संबंधित कोर्स को दूसरे सेमेस्टर में ट्रांसफर कर दिया है। कुछ इंस्टीट्यूट प्रैक्टिकल के लिए वर्चुअल लैब का सपोर्ट ले रहे हैं। हालांकि सिविल, केमिकल, मैकेनिकल समेत अन्य इंजीनिय¨रग की ब्रांच में वर्चुअल लैब बनी है। इसमें कई तरह के सिम्युलेटर तैयार किए गए हैं।

हैकाथॉन में दूसरा स्थान

छात्र-छात्राएं घर बैठे ही इनके जरिए कंप्यूटर या लैपटॉप के सपोर्ट से प्रैक्टिकल कर सकते हैं। फूड, प्लास्टिक और पेंट टेक्नोलॉजी की वर्चुअल लैब में सिम्युलेटर बहुत कम हैं या फिर न के बराबर हैं। एचबीटीयू के फूड टेक्नोलॉजी के प्रो। विनय सचान ने दो सिम्युलेटर डेवलप किए हैं, जिसे पिछले दिनों आईआईटी कानपुर, एकेटीयू, झांसी और बांदर के टेक्निकल इंस्टीट्यूट्स के सहयोग से ऑर्गनाइज किए गए हैकाथॉन में दूसरा स्थान मिला है।

'' सिम्युलेटर को जावा को¨डग और एचटीएमएल के यूज से डेवलप किया गया है। इसमें सारे रिजल्ट बिल्कुल लैब में आने वाले नतीजों की तरह से है। स्टूडेंट्स के लिए लैब वर्क करना बहुत इजी हो जाएगा''

प्रो। विनय सचान, फूड टेक्नालॉजी डिपार्टमेंट, एचबीटीयू