- आईआईटी में आयोजित इंटरनेशनल वर्कशॉप बायोटर्म 2019 में देश व विदेश के एक्सपर्ट पहुंचे
- बायो मेडिकल टेक्सटाइल की फील्ड में हो रही नई रिसर्च पर दीं अहम जानकारियां
KANPUR: बायो मेडिकल टेक्सटाइल की फील्ड में काफी रिसर्च वर्क किया जा रहा है। आईआईटी ने दिल्ली ने इसमें 4 पेटेंट करवा लिए हैं। इंफेक्शन से बचाने वाला बायो मैटीरियल डेवलप किया गया है जो कि सर्जरी की फील्ड में काम आ रहा है। स्टिच में इस मैटीरियल के यूज से घाव न तो पकेगा और न इन्फेक्शन फैलेगा। यह जानकारी आईआईटी की बायोटर्म 2019 वर्कशाप में शिरकत करने आए आईआईटी दिल्ली के प्रो। भुवनेश गुप्ता ने दी।
15 इंस्टीट्यूशन से आए एक्सपर्ट
आईआईटी के बीएसबीई में आयोजित इंटरनेशनल वर्कशॉप में 15 एकेडमिक इंस्टीट्यूशन के एक्सपर्ट शिरकत कर रहे हैं। आईआईटी के एल-20 में आयोजित इंटरनेशनल वर्कशॉप का इनॉग्रेशन आईआईटी के डायरेक्टर प्रो। अभय करंदीकर व प्रो। एसके सरीन ने किया। आईएलबीएस दिल्ली के डायरेक्टर प्रो। एसके सरीन ने बताया लीवर ट्रांसप्लांट अब कम कर दिया गया है। प्लाज्मा व बैक्टीरिया से लीवर को ठीक करने पर काम चल रहा है। बोनमेरो से लीवर के टॉक्सिन निकाल कर उसे रीजनरेट किया जा रहा है। पूरे शरीर का प्लाज्मा निकालकर नया डाला जाएगा। शरीर से खराब बैक्टीरिया निकालकर नये हेल्दी बैक्टीरिया डाल ि1दए जाएंगे।
सवा लाख लोगों को लगाया वॉल्व
एसबीएओआई के फार्मर प्रेसीडेंट सीपी शर्मा ने बताया कि 1980 के दशक में देश में हार्ट का वॉल्व डेवलप कर लिया गया था। अब तक करीब सवा लाख लोगों को यह वॉल्व लगाया जा चुका है। इस अवसर पर प्रो। अशोक कुमार, प्रो धीरज एस कट्टी, प्रो संतोष कुमार मिश्रा मौजूद रहे।