- मांग बढ़ने से डीलर्स व कंपनियों के पास भी स्टॉक कम पड़ रहा, दो गुने दाम में मिल रहा एन 95 मास्क
-ब्रांडेड कंपनियों के सैनेटाइजर की भी किल्लत, दवाओं, ऑक्सीजन के संकट से पहले ही जूझ रहे हैं लोग
KANPUR: कोरोना के सिटी में दिन पर दिन बढ़ते केस की वजह से पहले रेम्डेसिवीर इंजेक्शन और ऑक्सीमीटर के बाद अब ब्रांडेड मास्क और सैनेटाइजर की किल्लत भी बढ़ती जा रही है। फुटकर में मेडिकल स्टोर वालों को ब्रांडेड कंपनी का एन 95 मास्क डिमांड के मुताबिक नहीं मिल पा रहा है। यहीं हालात ब्रांडेड कंपनियों के सैनेटाइजर के भी हैं। थोक मेडिसीन मार्केट के बिजनेसमैन की माने तो बीते दो सप्ताह में ऑक्सीमीटर से लेकर मास्क व सैनेटाइजर की डिमांड कई गुना मात्रा में बढ़ गई है। डीलर्स व कंपनियों के पास भी स्टॉक कम पड़ रहा है। इसलिए मार्केट में भी ब्रांडेड एन 95 मास्क व सेनेटाइजर की किल्लत देखने को मिल रही है। सिटी की आज की डिमांड के मुताबिक स्टॉक काफी कम है।
सप्लाई बढ़ाने का आग्रह
बिरहाना रोड मेडिसीन होलसेल मार्केट के दुकानदारों ने कोरोना को लेकर रेम्डेसिविर इंजेक्शन, ऑक्सीमीटर समेत ब्रांडेड एन 95 मास्क व सेनेटाइजर की सप्लाई पहले के मुताबिक तीन से चार गुना बढ़ाने का आग्रह किया है। उन्होंने मेडिसीन कंपनियों के सेल्समैन व ओनर्स से फोन पर बात कर कानपुर सिटी में कोरोना के चलते इंजेक्शन, ऑक्सीमीटर समेत अन्य जरूरी सामग्री की सप्लाई बढ़ा कर जल्द से जल्द मुहैया कराने का आग्रह किया है। जिससे यहां क्राइसिस दूर की जा सके।
डेढ़ गुना मंहगे हुए मास्क
कोरोना का प्रकोप बढ़ने पर ब्रांडेड एन 95 मास्क की सेल कई गुना सिटी में बढ़ गई है। यहीं कारण है कि हर मेडिकल स्टोर में ट्रिपल लेयर एन 95 मास्क उपलब्ध भी नहीं हो रहा है। वहीं जहां कुछ मेडिकल स्टोर में ब्रांडेड मास्क मिल भी रहे है। तो वह पहले के मुताबिक डेढ़ गुना दामों में बिक्री हो रहे है। बीते वर्ष हालात नार्मल होने पर एन 95 मास्क फुटकर मार्केट में 80 रुपए का मिल जाता था। जो आज फुटकर मार्केट में 120 से 150 रुपए में बिक्री हो रहा है।
ब्रांडेड सैनेटाइजर के निर्धारित रेट
100 एमएल 50 रुपए
200 एमएल 100 रुपए
500 एमएल 250 रुपए
5 लीटर 900 रुपए
ब्रांडेड मास्क
ट्रिपर लेयर एन 95 -110 रुपए थोक मार्केट
केएन 95- 105 रुपए थोक मार्केट
अन्य कंपनियों के एन-95 मास्क 30 से 50 रुपए
थोक मार्केट में मास्क और सैनेटाइजर की किल्लत नहीं है। बीते दो सप्ताह में डिमांड जरूर कई गुना बढ़ गई है। जिसकी वजह से फुटकर मेडिकल स्टोर संचालकों को डिमांड के मुताबिक माल नहीं मिल पा रहा होगा।
राजेंद्र सैनी, अध्यक्ष, थोक दवा व्यापार मंडल