कानपुर (ब्यूरो) दरअसल केडीए की महावीर नगर और कालिन्द्री नगर एक्सटेंशन हाउसिंग स्कीम प्रपोज्ड है। इसके अलावा केडीए के 6 हजार से ज्यादा फ्लैट व मकान में से सबसे अधिक पनकी साइड स्थित हाउसिंग स्कीम्स में ही हैं। केवल शताब्दी नगर स्थित केडीए ड्रीम्स ही 1156 टू बीएचके फ्लैट खाली पड़े हुए। इन फ्लैट्स की लागत करीब 400 करोड़ रूपए हैं। इसी तरह शताब्दी नगर में ही हिमालय में 98 आवास नहीं बिके हुए हैं। वहीं शताब्दी फेस 2 स्थित अमन इंक्लेव में 1402, एकता इंक्लेव जवाहरपुरम सेक्टर-13 में 1650 और प्रगति इंक्लेव जवाहरपुरम सेक्टर 4 में 260 मकान नहीं बिके हैं। कुल मिलाकर ये फ्लैट और मकान अरबों रूपए के हैं।

कामयाबी नहीं मिली
खाली पड़े इन फ्लैट्स, मकानों को बेंचने के लिए केडीए ने कई बार शताब्दी व मोतीझील स्थित ऑफिस, रक्षा प्रतिष्ठानों सहित कई अन्य गवर्नमेंट डिपार्टमेंट में भी फ्लैट विक्रय मेला लगाया। फ्लैट व मकानों के दाम फ्रीज किए। बावजूद इसके कुछ खास सफलता नहीं लगी है।

फोरलेन हाईवे की ओर प्राथमिकता
प्रपोज्ड हाउसिंग स्कीम महावीर नगर व कालिन्द्री नगर एक्सटेंशन और खाली पड़े फ्लैट व मकान भौंती-चकेरी फ्लाईओवर के काफी नजदीक है। लेकिन प्रॉपर कनेक्टिविटी नहीं हैं। इसी वजह से केडीए ने हाईवे की ओर कनेक्टिविटी और डेवलपमेंट वक्र्स की कवायद शुरू कर दी है। इसी कड़ी में दिल्ली-हावड़ा ट्रैक पर फोरलेन अंडरपास को बनाकर 45 मीटर रोड के जरिए कनेक्ट करने का भी केडीए ऑफिसर प्रयास कर रहे है। यह प्रोजेक्ट भी प्रयागराज स्थित रेलवे के डिवीजन ऑफिस में पहुंच चुका है। हालांकि अभी अंडरपास बनाने के लिए रेलवे ने केडीए को एस्टीमेट नहीं दिया है।

होगा फायदा
केडीए ऑफिसर्स का मानना है कि रेल अंडरपास बन जाने से 45 मीटर रोड से फोरलेन हाईवे की सीधी कनेक्टिविटी हो जाएगी। खाली पड़े फ्लैट्स को बेंचने में आसानी होगी। इसके अलावा यहां लगभग 52 मीटर चौड़ा एंट्री गेट भी बनाया जा रहा है। जो कि बाईपास ही नहीं फोरलेन हाइवे से गुजरने वालों को केडीए के हाउसिंग प्रोजेक्ट व स्कीम्स की जानकारी देगा। यही हाइवे साइड ही स्थित महावीर नगर विस्तार के पास से गुजरने वाली पांडु नदी के ब्यूटीफिकेशन की तैयारी भी की गई। पांडु नदी के हाईएस्ट फ्लड लेवल पर 11.86 करोड़ से रिटेनिंग वॉल बनाई जाएगी। जो कि स्टील अथॉरिटी से लेकर दिल्ली-हावड़ा ट्रैक तक होगी। केडीए के चीफ इंजीनियर की ओर से इसके लिए टेंडर किए जा चुके हैं। नेक्स्ट वीक टेक्निकल बिड ओपेन होगी। एक्सईएन मनोज उपाध्याय ने बताया कि एंट्री गेट बनना शुरू हो गया। अंडरपास के लिए रेलवे से लगातार बातचीत हो रही है। पांडु नदी किनारे रिटेनिंग वॉल के अलावा एनजीटी की गाइडलाइंस को ध्यान में रखते हुए लैंडस्केपिंग, पॉथवे, अट्रैक्टिव लाइटिंग, सीटें आदि किए जाएंगे।

केडीए की खाली पड़ी प्रॉपर्टी
हाउसिंग प्रोजेक्ट-- फ्लैट्स की संख्या-- लागत
केडीए ड्रीम्स शताब्दी नगर-- 1156 करोड़-- 395.01 करोड़
प्रगति इंक्लेव जवाहरपुरम सेक्टर-6 -- 270--68.25 करोड़
अमन इंक्लेव शताब्दी नगर फेस 2-- 1402-- 355.41 करोड़
रामगंगा इंक्लेव शताब्दी नगर-- 582--101.85 करोड़
हिमालय शताब्दी नगर-- 98-- 18.25 करोड़
हिमगिरि शताब्दी नगर-- 101-- 11.65 करोड़
यमुना शताब्दी नगर--567-- 53.24 करोड़
एकता इंक्लेव जवाहरपुरम सेक्टर13 -- 1650-- 418.28 करोड़
नीलगिरि शताब्दी नगर-- 151-- 17.41 करोड़
गंगा शताब्दी नगर-- 357-- 46.37 करोड़
मंदाकिनी शताब्दी नगर-- 509-- 47.80 करोड़