- 12 से अधिक कॉलेजों को हिंदी में इस ब्रांच में पढ़ाई कराने की परमीशन एकेटीयू से मिली

- एआईसीटीई के कानपुर स्थित रीजनल ऑफिस से भी मिली नए सेशन के लिए मान्यता

KANPUR: अब कंप्यूटर की पढ़ाई के लिए बीटेक के स्टूडेंट्स को इंग्लिश में पारंगत होना जरूरी नहीं है। वह हिंदी से भी कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई कर सकेंगे। यह पहली बार है जब किसी भी ब्रांच को पूरी तरह ¨हदी में स्टडी की मान्यता मिली है। डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक यूनिवर्सिटी (एकेटीयू)ने 12 से अधिक कालेजों को उनके आवेदन पर ¨हदी में इस ब्रांच में पढ़ाई कराए जाने की अनुमति दी है जबकि अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के कानपुर रीजनल ऑफिस से भी इन कालेजों को सेशन 2021-22 के लिए मान्यता मिल गई है।

नया कोर्स िडजाइन किया

इसके लिए कोर्स को नया डिजाइन किया गया है। उत्तर प्रदेश व बिहार राज्यों में कई वर्षों से ¨हदी में भी इंजीनिय¨रग की पढ़ाई कराए जाने को लेकर मंथन चल रहा है। एआईसीटीई के कानपुर क्षेत्रीय कार्यालय ने इस वर्ष आए आवेदनों में कालेजों के इंफ्रास्ट्रक्चर, शिक्षकों की संख्या, प्रयोगशाला व अन्य संसाधनों का निरीक्षण करने के बाद उनमें से 12 कालेजों को मान्यता दी है।

एमपी, छत्तीसगढ़, राजस्थान से आवेदन

अब ¨हदी में सीएस ब्रांच पढ़ाने वाले शिक्षकों को शैक्षिणिक विकास कार्यक्रम में प्रशिक्षित किए जाने के लिए एकेटीयू रूपरेखा तैयार कर रहा है। एआईसीटीई के क्षेत्रीय अधिकारी डॉ। मनोज तिवारी ने बताया कि यूपी, बिहार व उत्तराखंड के तकनीकी शिक्षण संस्थानों को कानपुर के क्षेत्रीय कार्यालय से कोर्स की मान्यता दी जाती है। ¨हदी में कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई कराने के लिए मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान प्रदेशों से भी संबंधित क्षेत्रीय कार्यालयों में कोर्स की मान्यता के लिए आवेदन आए थे।

कई ब्रांच की हिंदी में पढ़ाई

कंप्यूटर साइंस के बाद अब दूसरी ब्रांच में भी ¨हदी में पढ़ाई शुरू कराई जाएगी। एआईसीटी अब इसकी रूपरेखा तैयार कर रहा है। अगले वर्ष इंफॉर्मेशन टेक्नोलाजी, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल व सिविल समेत बीटेक की कई ब्रांच के कोर्स की पढ़ाई छात्र ¨हदी में भी कर सकेंगे। उनका ¨हदी में अनुवाद किए जाने की तैयारी की जा रही है।