कानपुर (ब्यूरो)। लैैंड के खरीद- फरोख्त के मामलों में बिल्डर्स, कंपनी समेत 92 को नोटिस जारी किया गया। लगभग एक दशक में अब तक के जमीन खरीद मामलों में लगभग 10 करोड़ रुपयों के स्टांप की कमी के मामले सामने आए हैं। पिछले महीनों में डीएम विशाख जी ने ये गड़बड़ी पकड़ कर दो करोड़ रुपये के आसपास जमा भी कराए थे। इसके बाद अन्य मामलों की भी पड़ताल की गई। अब स्टांप की कमी से जुड़ी धनराशि जमा नहीं करने वालों को रिकवरी नोटिस जारी कर तहसीलों के माध्यम से वसूली कराई जाएगी।
10 करोड़ की वसूली की जाएगी
सिटी के अर्बन और रूरल एरिया से जुड़े तकरीबन 100 इंडस्ट्रियलिस्ट, कंपनीज, कालेजों, शोरूम ओनर्स के जमीन खरीद में स्टांप में कमी का मामला पकड़ा गया था। अब एडीएम फाइनेंस राजेश कुमार ने इन्हें रिकवरी नोटिस जारी किए हैं। सैटरडे को नोटिस जारी होने के बाद से संबंधित लोगों में खलबली मच गई है। 10 करोड़ रुपये के आसपास की रेवेंयू वसूली करने के लिए तहसीलदारों को कड़े निर्देश दिए गए हैं।
15 दिन में जमा करने होंगे
रिकवरी सर्टिफिकेट जारी होने के बाद इसकी समयसीमा भी निर्धारित कर 15 दिन में रुपये जमा कराने को कहा गया है। तहसील भेजे गए नोटिसों को जल्द ही स्टांप में हेरफेर करने वालों को भेजा जाएगा। अलग-अलग कंपनियों पर 10 से 52 लाख रुपये की गड़बड़ी पाई गई है। भन्नानापुरवा, आर्यनगर, रूमा, स्वरूप नगर, भन्नानापुरवा, काकादेव आदि क्षेत्र के गड़बड़ी करने वाले हैं। एडीएम ने बताया, स्टांप में कमी के मामलों में धनराशि जमा नहीं करने वालों के विरुद्ध वसूली नोटिस जारी किए गए हैं। चारों तहसीलों घाटमपुर, सदर, नर्वल व बिल्हौर के मामलों में वसूली कराई जा रही है।