कानपुर(ब्यूरो)। मेट्रो रूट पर तीन किमी की दूरी में 69 जर्जर मकान मिले हैं। मेट्रो और नगर निगम की संयुक्त टीम ने सर्वे के बाद इन मकानों को चिह्नित किया है। सभी जर्जर और खतरनाक भवनों को खाली कराने के लिए नगर निगम ने नोटिस देना शुरू कर दिया है। मेट्रो रूट पर अंडरग्राउंड मेट्रो ट्रैक का निर्माण कराया जा रहा है। ऐसे में मिट्टी खोदाई के दौरान आसपास स्थित जर्जर भवनों का गिरने का खतरा रहेगा। इसलिए खोदाई से पहले मकानों को खाली कराने की तैयारी की जा रही है।
वाइब्रेशन से गिर सकते हैं मकान
आईआईटी से नौबस्ता जाने वाले मेट्रो रूट के बीच नयागंज और सेंट्रल स्टेशन हैं। सेंट्रल स्टेशन से अगले महीने से टनल बोरिंग मशीन(टीबीएम) खोदाई शुरू कर देगी। यह टीबीएम नयागंज स्टेशन के लिए चलायी जाएगी। इस रूट पर मेट्रो ने 69 ऐसे जर्जर मकान चिह्नित किए है जो इस मशीन से होने वाले वाइब्रेशन की वजह से गिर सकते हैं। इसको देखते हुए इन मकानों को खाली कराने को कहा गया है। मेट्रो ने नयागंज से सेंट्रल तक मेट्रो रूट में आ रहे मकानों की कंडीशन का सर्वे कराया है। स्ट्रक्चर ऑडिट के लिए मेट्रो के ज्वाइंट जीएम ब्रजेश कुमार वर्मा ने नगर निगम के जोन एक के अधिशासी अभियंता आरके सिंह को पत्र लिखा है ताकि परियोजना को निर्धारित समयावधि में पूरा कराया जा सके।
कई मोहल्ले आए सर्वे में
अधिशासी अभियंता आरके ङ्क्षसह ने बताया कि मालरोड, हरबंश मोहाल, सीताराम मोहाल, हुलागंज, मथुरा मोहाल, सूतरखाना, दानाखोरी समेत कई मुहल्ले के जर्जर भवन मेट्रो ट्रैक की जद में आ रहे हैं। खोदाई के समय गिरने का खतरा रहेगा। इसको देखते हुए इस रूट के 69 जर्जर भवनों को नोटिस भेजी जा रही है, ताकि समय रहते खाली कर दे कोई हादसा न हो।