कानपुर (ब्यूरो) दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने 'बीएसए साहब गर्व कीजिए कानपुर आरटीई में नीचे से टॉप पर हैÓ। हेडिंग के साथ प्रमुखता से प्रकाशित किया था। उस समय कानपुर में आरटीई के एडमिशन का आंकड़ा 20 फीसदी से भी कम था। सिर्फ 1600 बच्चों को एडमिशन मिल पाया था जबकि 8077 बच्चे स्कूलों को आवंटित किए गए थे। ये सभी बच्चे वे थे जिनका नाम लाटरी में आया है। खबर प्रकाशित होने के बाद विभाग एक्शन में आया। तत्कालीन बीएसए डॉ। पवन कुमार तिवारी ने भी स्कूलों पर सख्ती की थी। हालांकि 15 दिनों के बाद उनका ट्रांसफर हो गया।

इन स्कूलों को मिल चुका है नोटिस
डॉ। वीरेंद्र स्वरूप एजूकेशन सेंटर (शारदा नगर, किदवई नगर), डॉ.वीरेंद्र स्वरूप मेमोरियल पब्लिक स्कूल (गोविंद नगर, सिविल लाइंस, कैंट), सेठ आनंद राम जयपुरिया (कैंट), वुडवाइन गार्डेनिया पब्लिक स्कूल, एनएलके पब्लिक स्कूल, एलेन हाउस (पनकी), लिटिल वन जयपुरिया स्कूल (डबल पुलिया), प्रभात सीनियर सेकेंड्री स्कूल (काकादेव), दिल्ली पब्लिक स्कूल (बिठूर रोड कल्याणपुर), सिटी एजूकेशन सेंटर (किदवई नगर), हलीम मुस्लिम स्कूल (चमनगंज)
सरदार पटेल स्कूल (गल्लामंडी), अलीगढ़ पब्लिक स्कूल (कर्नलगंज), दून इंटरनेशनल स्कूल, नर्चर इंटरनेशनल स्कूल, श्रीराम पब्लिक स्कूल (किदवई नगर),एसएस पब्लिक स्कूल (गल्लामंडी), विवेकानंद विद्या निकेतन (कर्रही), डाल्स डिलाइट स्कूल (बर्रा-6) समेत 300 से अधिक स्कूलों को नोटिस दिया गया है।

प्वाइंटर
8077 बच्चों को आवंटित किए गए स्कूल
3250 बच्चों को अब तक मिल चुका है एडमिशन
1343 स्कूल रजिस्टर्ड हैं वेबसाइट पर

हर बच्चे को एडमिशन दिलाने का प्रयास है। जो स्कूल एडमिशन नहीं ले रहे हैं, उन्हें लगातार नोटिसें दी जा रही है।
सुरजीत कुमार सिंह, बीएसए