तीन वर्षीय अभिज्ञान और एक साल की ऐश्वर्या को उनके भारतीय मां बाप से अलग कर के नार्वे में शिशु कल्याण विभाग ने किसी अन्य दंपत्ति को दे दिया था.

नार्वे के शिशु कल्याण विभाग के अनुसार दोनों बच्चों के भारतीय मां बाप अपने बच्चों की ठीक से देखभाल नहीं कर पा रहे थे। दोनों बच्चे मंगलवार को नई दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर उतरे हैं.

इससे पहले मंगलवार को नार्वे की एक अदालत ने इन बच्चों का लालन पालन कर रही दंपत्ति से ये बच्चे ले लिए थे और बच्चों के चाचा को सुपुर्द कर दिया था.

शिशु कल्याण विभाग का कहना था, ‘‘ स्टावांगर कोर्ट ने ये फैसला किया है कि भारतीय बच्चों को उनके चाचा को सौंपा जाए जो उनकी देख रेख करें.’’

कोर्ट ने बच्चों की देखभाल का जिम्मा चाचा को देते हुए उस याचिका का समर्थन किया है जिसमें विभाग और दंपत्ति ने कहा था कि बच्चों को उनके चाचा को सौंप दिया जाए.

स्टावांगर शिशु कल्याण विभाग के अधिकारी गुन्नार टोरेसेन ने भारतीय अधिकारियों का धन्यवाद किया है और कहा है कि ये अच्छा हुआ कि दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया। दोनों बच्चों को पिछले वर्ष मई में विभाग अपने साथ ले गया था.

मामले में भारतीय विदेश मंत्रालय को हस्तक्षेप करना पडा था और सुनवाई के दौरान ओस्लो में भारतीय दूतावास के अधिकारी भी मौजूद थे.

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