- सोशल डिस्टेसिंग की बंदिश के बाद भी बाजारों में जुटी भीड़, किराना की दुकानों पर लगा जमघट तो सब्जी खरीदने की मारामारी
- नवरात्रि के चलते फलो की कीमतें मामूली बढ़ीं, कई डेयरियों पर दूधियों के न आने से डेयरी वालों ने बढ़ाए दूध के रेट
KANPUR : कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन के बीच सुबह 11 बजे तक जरूरी चीजों की खरीददारी की जो छूट दी गई। उस दौरान सब्जीमंडियों और बाजारों में भीड़ उमड़ पड़ी। नवरात्रि शुरू होने की वजह से लोगों ने राशन की काफी जमा कर लिया। वहीं दूधियों के न आने से पैकेट वाले दूध और डेयरियों पर दूध की मांग बढ़ गई है। लॉकडाउन की बंदिश का सब्जी की कीमत पर असर पड़ा है, लेकिन फलों की कीमतों में कोई खास बढ़ोत्तरी नहीं हुई है। 11 बजते ही पुलिस ने घूम-घूमकर दुकानें बंद करा दी। हालांकि इस समय अवधि के दौरान लोग पूरी तरह से सोशल डिस्टेसिंग को भूले रहे।
पूजा सामग्री के लिए जूझे
वेडनसडे से नवरात्रि की शुरुआत हो रही है। इसके चलते टयूजडे सुबह किराना,फल और सब्जी मंडी खुली तो पूजन सामग्री खरीदने वालों की भीड़ ज्यादा रही। माता की चुनरी कईबाजारों में इक्का दुक्का दुकानों मे ही मिली। वही पान और फूलों की किल्लत साफ नजर आई। पूजा के लिए जरुरी पान और फूलों की भी बेहद कम दुकाने ही खुली थी। फूल की दुकानो पर ाी गुलाब और गेंदा के फूल और माला गायब रही। जो भी सामान मिला उसके रेट पिछले साल की तुलना में डेढ़ गुना से ज्यादा रहे।
11 बजे तक नो सोशल डिस्टेसिंग
जरूरी सामान लेने के लिए जिला प्रशासन ने 11 बजे तक की टाइमिंग निर्धारित कर दी है, लेकिन सामान लेने के दौरान लोगों का सोशल डिस्टेसिंग का जो ख्याल रखना था, उसका किसी ने भी ध्यान नहीं रखा। इस दौरान लोग मास्क तो जरूर लगाए दि ो,लेकिन ाीड़ में यह कितना कारगर होगा इस पर सवाल है। जबकि ऐसी स्थितियों में जब कानपुर में कोरोना वायरस का पेशेंट मिल चुका है। सावधानी रखना बेहद जरूरी है। बादशाहीनाका, रामादेवी, बंबा रोड, रावतपुर,कल्याणपुर की सब्जी मंडियों में लोगोंबहुत भीड़ रही।
बढ़ी सब्जियों की कीमतें।
कद्दू- 30 रुपए किलो
नींबू- 10 के 4
आलू-22 रुपए किलो
प्याज-25 रुपए किलो
लौकी- 30 रुपए किलो
शिमला मिर्च-70 रुपए किलो
बैंगन-30 रुपए किलो
टमाटर-30 रुपए किलो
बंद गोभी- 20 रुपए प्रति पीस
नोट : कीमत - बंबा रोड सब्जी मंडी की