कानपुर(ब्यूरो)। दिल्ली-हावड़ा रूट पर चलने वाली शताब्दी, श्रमशक्ति, अवध एक्सप्रेस समेत जल्द दो दर्जन से अधिक अन्य ट्रेनों का सफर पहले से और सुरक्षित हो जाएगा। रेलवे ने दिल्ली-हावड़ा रूट की दो दर्जन से अधिक नई ट्रेनों में कानपुर के जीआरपी व आरपीएफ जवानों को तैनात करने का फैसला लिया है। जिसमें बीते दिनों चोरी व लूट की घटनाएं बढ़ी हैं। अधिकारियों के जल्द ही चिन्हित ट्रेनों में कानपुर से मुगलसराय व दिल्ली तक सुरक्षा कर्मी तैनात किए जाएंगे। जिससे अपराधिक घटनाओं में अंकुश लग सकेगा।
लंबी दूरी की ट्रेनों में
दिल्ली-हावड़ा रूट के विभिन्न स्टेशनों व कानपुर सेंट्रल से चलने वाली 54 ट्रेनों में वर्तमान में कानपुर का आरपीएफ व जीआरपी एस्कार्ट पैसेंजर्स की सुरक्षा में तैनात है। लंबी दूरी की कुछ ट्रेनों में न तो आरपीएफ का एस्कार्ट तैनात होता है और न ही जीआरपी का। लिहाजा उसमें अपराधिक घटनाएं होने की आशंका बनी रहती है। पैसेंजर्स की सुरक्षा को देखते हुए रेलवे ने दो दर्जन से अधिक विभिन्न नई ट्रेनों में कानपुर से एस्कार्ट तैनात करने की प्लानिंग तैयार की है।
आउटर में अधिक घटनाएं
दिल्ली-हावड़ा रूट का सबसे लंबा भाग एनसीआर रीजन के अंतर्गत आता है। यही कारण है कि एनसीआर रीजन के कानपुर व प्रयागराज के जीआरपी थाने में सबसे अधिक चोरी समेत अन्य आपराधिक घटनाओं के मुकदमे दर्ज होते हैं। पैसेंजर्स की सुरक्षा को देखते हुए आरपीएफ अधिकारियों ने अपराध के आंकड़ों को देखते हुए दो दर्जन से अधिक ट्रेनों को चिन्हित किया है। जिसमें कानपुर से आरपीएफ व जीआरपी का एस्कार्ट तैनात किए जाने की प्लानिंग बनाई गई है।
शताब्दी, श्रमशक्ति समेत 14 ट्रेनें
कानपुर सेंट्रल स्टेशन से सिर्फ आरपीएफ का स्टॉफ शताब्दी, हावड़ा राजधानी, अगरतला राजधानी समेत 14 ट्रेनों में एस्कार्ट तैनात किया जाता है। इसके अलावा 18 से अधिक ट्रेनों में जीआरपी का एस्कार्ट तैनात होता है। इसके अलावा अनवरगंज व जीएमसी यार्ड से आरपीएफ का स्टाफ 23 से अधिक ट्रेनों में एस्कार्ट तैनात होता है।
ट्रेनों में इस प्रकार के होते अपराध
- मोबाइल व लैपटॉप चोरी
- लेडीज पर्स हैंड बैग चोरी
- चेन व मोबाइल छिनैती
- ब्रीफकेश चोरी की घटनाएं
इन ट्रेनों में तैनात एस्कार्ट
- श्रमशक्ति एक्सप्रेस
- रिवर्स शताब्दी
- हावड़ा राजधानी
- अगरतला राजधानी
- रांची राजधानी
- पटना राजधानी
- भुवनेश्वर राजधानी
- नार्थईस्ट एक्सप्रेस
- जोधपुर-हावड़ा
रेल पैसेंजर्स की सुरक्षा और उनकी जर्नी को सुविधाजनक बनाना हमारी प्राथमिकता है। इसको लेकर ही कई अन्य ट्रेनों में एस्कार्ट बढ़ाने की तैयारी की जा रही है। जिससे पैसेंजर्स की सुरक्षा पहले से और सुरक्षित हो सके।
विजय पंडित, कमांडेंट, आरपीएफ, प्रयागराज डिवीजन