- कानपुर में यस बैंक की चार ब्रांचेज में जुटे अकाउंट होल्डर्स का हंगामा, एटीएम भी हुए खाली

-बैंक कर्मियों से हुई झड़प तो पहुंची पुलिस, गाढ़ी कमाई डूबने के डर से अकाउंट होल्डर्स में बेचैनी

KANPUR: यस बैंक पर आरबीआई की पाबंदियों के बाद फ्राईडे को बैंक की सभी ब्रांचेस में अकाउंट होल्डर्स की भीड़ लग गई। बैंक के सभी एटीएम खाली हो गए। अपनी गाढ़ी कमाई डूबने के डर से अकाउंट होल्डर्स की बैंक के स्टाफ से झड़प भी हुई। लोगों ने बैंक की ओर से सही जानकारी नहीं देने का आरोप लगाया। मालूम हो कि आरबीआई ने यस बैंक के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर को खत्म करते हुए बैंक से रकम की निकासी पर पाबंदियां लगा दी है। 50 हजार रुपए निकालने की लिमिट भी लगा दी गई है।

एटीएम खाली, भड़के अकाउंट होल्डर्स

यस बैंक की कानपुर में चार ब्रांचेज हैं। स्टॉक एक्सचेंज, जाजमऊ, गोविंद नगर और किदवई नगर की इन ब्रांचेज में ही एटीएम भी लगे हुए हैं। थर्सडे को जब बैंक पर आरबीआई की कार्रवाई की खबर फैली तो रात से ही लोगों ने एटीएम से लाइन लगा कर पैसा निकालना शुरू कर दिया। सुबह बैंक खुले तो एटीएम खाली थे। साथ ही एटीएम के डिस्प्ले पर मैसेज चल रहा था कि बैंक मैनेजर से संपर्क करे.नीचे टेलीफोन नंबर के आगे सिर्फ जीरो बने थे। जिस पर अकाउंट होल्डर्स भड़क गए।

स्टाफ से झड़प

स्टॉक एक्सचेंज ब्रांच में अकाउंट होल्डर्स की भीड़ लग गई। हंगामे की सूचना पर पुलिस भी पहुंची और लोगों को शांत कराया। इस बीच बैंक के मैनेजर अतिन खरे ने बताया कि कार्रवाई हुई है। उसी के दायरे में अकाउंट होल्डर की जो मदद हो सकती है वह की जा रही है। इसके आगे उन्होंने कोई जानकारी देने से इंकार कर दिया।

अकाउंट होल्डर्स की बेचैनी-

मेरा बैंक में अकाउंट है। सुबह पता चला कि बैंक पर कुछ कार्रवाई हुई है। ब्रांच में आया तो कोई ठीक से जानकारी नहीं दे रहा है।

- अशोक कटियार

मुझे पैसे की जरूरत है। अपने खाते से पैसे निकालने पहुंचा तो पता चला कि इतना पैसा नहीं निकलेगा। कर्मचारी भी ठीक से जानकारी नहीं दे रहे कि क्या हुआ है।

- नीरज कुमार

मेरा यहां कई सालों से खाता है,काफी फंड यहां जमा किया है। आज न्यूज में बैंक पर कार्रवाई के बारे में पता चला। इस वजह से ब्रांच में जानकारी करने आया था।

- संजय शुक्ला

बैंक में मेरी काफी रकम जमा है। मैं अपना पैसा ही नहीं निकाल पा रहा है। यह स्थिति कब तक रहेगी इसे लेकर भी कोई साफ जानकारी नहीं दे रहा।

- उत्कर्ष त्रिपाठी