कानपुर(ब्यूरो)। बैक्टीरिया और वायरस आपको बीमार कर सकता है। जाने अनजाने में वह आपके संपर्क मेें कब आ जाता है, इसका आपको पता भी नहीं चलता और वह दिखता भी नहीं है। कोरोना के समय बाहर से घर आए वायरस ने न जाने कितनों को इंफेक्टेड करके बीमार किया। ऐसे में सीएसजेएम यूनिवर्सिटी के डिपार्टमेंट आफ लाइफ साइंस एंड बॉयोटेक्नोलॉजी में अल्ट्रावॉयलेट स्टेरलाइजेशन डिवाइस को बनाया गया है। आमतौर पर यूज के लिए इसका नाम &प्रहार&य रखा गया है। महज 395 रूपए में बनाया गया प्रोटोटाइप 40 सेकेंड में बैक्टीरिया वायरस को डेड कर रहा है। सेंट्रल गवर्नमेंट के पेटेंट आफिस से डिजाइन को पेटेंट भी करा लिया गया है। ऐसे में अगर आप भी खुद को सेफ रखना चाहते हैैं तो घर पर ही इस डिवाइस को तैयार कर सकते हैैं।

&प्रहार&य ऐसे करता है काम
प्रहार को एक बाक्सनुमा आकार का बनाया गया है, जिसमें आप कपड़े। मोबाइल, चाभी, मास्क, पीपीई किट, नोट और पर्स समेत किसी भी चीज को रख सकते हैैं। बाक्स में वस्तु को रखने के बाद बंद करके यूवी लाइट को चालू करना है। 40 सेकेंड के बाद बाक्स की लाइट को बंद करके चीजों को निकाल लेना है। दावा है कि इतने समय में वायरस पूरी तरह से खत्म हो जाएगा। ध्यान रहे कि बॉक्स को बंद करने के बाद ही यूवी लाइट को चालू करना है।

डेड हो जाता बैक्टीरिया और वायरस
डिवाइस बनाने वाली टीम में शामिल मंगलायतन यूनिवर्सिटी अलीगढ़ के बॉयोटेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ। सौरभ मिश्रा ने बताया कि यूवी रेज बैक्टीरिया और वायरस के डीएनए और आरएनए को डिग्रेट करके डेड कर देती है। यदि किसी भी चीज में बैक्टीरिया और वायरस है तो वह यूवी लाइट के संपर्क में आने के बाद खत्म हो जाते हैैं और किसी भी तरह की बीमारी को नहीं फैलाते हैैं।

यूनिवर्सिटी में किया गया ट्रायल
इस डिवाइस को बनाने के बाद सीएसजेएम यूनिवर्सिटी के लाइफ साइंस एंड बॉयोटेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट में ट्रायल किया गया। डॉ। सौरभ ने बताया कि बैक्टीरिया 24 घंटे में कॉलोनी बना लेता और वायरस लगभग एक हजार गुना तक बढ़ जाते हैैं। ट्रायल के समय दो स्लाइडों में दोनों चीजों को लेकर यूवी लाइट के संपर्क में लाया गया तो कॉलोनी और बैक्टीरिया की ग्रोथ दोनों चीजें नहीं हुई। बताया कि यूवी रेज ने बैक्टीरिया और वायरस के माइक्रोआर्गेनिज्म को खत्म कर दिया।

मिनिमम 40 सेकेंड और मैक्सिमम तीन मिनट
सीएसजेएमयू के लाइफ साइंस एंड बायोटेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ। शाश्वत कटियार ने बताया कि डिवाइस मिनिमम 40 सेकेंड और मैक्सिमम तीन मिनट में बैक्टीरिया और वायरस का काम तमाम कर देती है। सामान का साइज बड़ा होने पर समय ज्यादा लगता है।

घर पर बना ले स्टेरलाइजेशन बॉक्स
इस डिवाइस को घर पर बनाने के लिए आपको एक बाक्स लेकर उसमे अंदर की ओर सिल्वर फ्वाइल को लगाना है। उसी बॉक्स में अंदर की ओर यूवी लाइट लगा देनी है। आवश्कतानुसार सामान रखकर बॉक्स को बंद करके यूवी लाइट को स्टार्ट करके अपने सामान को स्टेरलाइज कर सकते हैैं।


बनाने वाली टीम
डॉ। शाश्वत कटियार, डॉ। सौरभ मिश्रा, डॉ। अजय कुमार सिंह, डॉ। रवींद्र नाथ कटियार और डॉ। अंजू सिंह। इन सभी के नाम पेटेंट सर्टिफिकेट में हैैं।