- बिल्हौर रोड एक्सीडेंट में घायल दो प्रवासी मजदूरों की कोरोना वायरस जांच रिपोर्ट आई पॉजिविट
- बिल्हौर सीएचसी को किया सील, हैलट में बगल के बेड पर भर्ती पेशेंट और अटेंडेंट भी क्वारंटीन
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KANPUR : सिटी में जमातियों से आया कोरोना संकट तो अब टल गया है। कानपुर के 90 परसेंट कोरोना पेशेंट ठीक होकर घर जा चुके हैं। लेकिन, अब हजारों की संख्या में रोज प्रवासी कामगारों के लौटने से कोरोना के स्प्रेड का खतरा मंडराने लगा है। कानपुर के आसपास के जिलों में भी वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ा है। सिटी में अब दिल्ली, गुजरात और महाराष्ट्र में फंसे लोग वापस आ रहे हैं। ऐसे में प्रवासियों की वजह से सिटी में भी वायरस के स्प्रेड की संभावना बहुत बढ़ गई है। इसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से भी बाहर से आ रहे लोगों की सैपलिंग को बढ़ा दिया गया है। इसके अलावा अस्पतालों में एल-1,एल-2 और एल-3 फैसेलिटी में कैपिसिटी बढ़ाई जा रही है।
कोविड आईसीयू में शिफ्ट
बिल्हौर में टयूजडे रात को गुरुग्राम से पश्चिम बंगाल जा रहा प्रवासी मजदूरों से भरा ट्रक पलट गया था। इसमें घायल 4 मजदूरों को हैलट में भर्ती कराया गया था। थर्सडे को इनकी कोरोना वायरस की रिपोर्ट आई तो दो में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई। घायल हालत में इन्हें ट्यूजडे रात को ही हैलट इमरजेंसी लाया गया था। दोनों को हेड इंजरी थी। डॉक्टर्स के मुताबिक टांके लगाने के बाद उन्हें वार्ड-1 में बने होल्डिंग एरिया में रखा गया था। थर्सडे को रिपोर्ट आने के बाद दोनों को कोविड आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया।
हर 8 घंटे में सैनेटाइजेशन
होल्डिंग एरिया में उनके साथ रहे एक पेशेंट और उसके अटेंडेंट को आईडीएच में क्वारंटीन किया है। वाइस प्रिंसिपल डॉ.रिचा गिरि ने बताया कि इमरजेंसी हर 8 घंटे में सेनेटाइज की जाती है.इसके अलावा सभी रेजीडेंट्स और स्टाफ को प्रोटेक्टिव चीजें मिली हैं। इन दोनों पेशेंट्स का भी हमारे मेडिकल स्टाफ से 15 मिनट से ज्यादा का कॉटेक्ट नहीं हुआ है। ऐसे में मेडिकल स्टाफ को क्वारंटीन करने की जरूरत नहीं है। वहीं घायलों का इलाज करने वाले बिल्हौर सीएचसी को भी सेनेटाइज किया जा रहा है।
प्रवासियों का कोई हिसाब नहीं
कानपुर और आसपास के जिलों में बीते दिनों कितने प्रवासी पहुंचे हैं। इसका सही-सही पता लगा पाना मुश्किल है। ट्रेनों से आए प्रवासी मजदूरों को तो क्वारंटीन कराने के साथ उनकी जांच भी कराई जा रही है, लेकिन ट्रकों से और दूसरे साधनों से पहुंचे प्रवासियों की पहचान कर उन्हें क्वारंटीन कर पाना टेढ़ी खीर है। हालाकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रवासी मजदूरों के सैंपल लेने में तेजी आई है। वेडनसडे को ही 75 प्रवासी मजदूरों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे।
कानपुर के आसपास कहां कितने पॉजिटिव
कन्नौज- 26
फर्रुखाबाद- 20
फतेहपुर-24
इटावा-19
उन्नाव-11
कानपुर देहात- 7
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'' बाहर से आ रहे प्रवासी मजदूरों से संक्रमण का खतरा है। कानपुर समेत मंडल के सभी जिलों में प्रवासियों को क्वारंटीन करने और उनकी जांच कराने के आदेश हैं.''
डॉ.आरपी यादव, एडिश्नल डायरेक्टर हेल्थ