- आईसीएमआर ने आरटीपीसीआर कोरोना टेस्टिंग के लिए जारी की नई गाइडलाइन, इंफ्लुएंजा लाइक इलनेस( आईएलआई) वालों को जांच में प्रॉयरिटी
-जून-जुलाई में इंफेक्शन पीक पर पहुंचने की आशंका के चलते बढ़ाया जांच का दायरा, सीवियर एक्यूट रेस्पेरेटरी इंफेक्शन वाले सभी पेशेंट्स की कोविड जांच मैंडेटरी
KANPUR: जैसे-जैसे कोरोना वायरस की जांच की फैसेलिटीज बढ़ रही हैं वैसे-वैसे अब इस वायरस की चपेट में आ सकने वाले लोगों की टेस्टिंग का दायरा भी बढ़ाया जा रहा है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च यानी आईसीएमआर की ओर से आरटीपीसीआर कोविड टेस्टिंग के दायरे का बढ़ाते हुए नई रिवाइज कोविड टेस्टिंग गाइडलाइन को जारी किया है।
टेस्टिंग की वर्जन-5 गाइडलाइन के मुताबिक अब आईएलआई सिम्टिम्स और सारी से ग्रसित हर पेशेंट की टेस्टिंग की जाएगी। खास तौर से हाई रिस्क गु्रप के पेशेंट्स को इसमें प्राथमिकता दी जाएगी। नई गाइडलाइन के मुताबिक माइग्रेंट वर्कर्स से लेकर अस्पताल में भर्ती सभी सारी पेशेंट्स की आरटीपीसीआर कोविड जांच को मैंडेटरी कर दिया गया है।
बड़े खतरे से निपटने की तैयारी
दरअसल जून और जुलाई में कोविड इंफेक्शन चरम स्तर पर पहुंचने की आशंका है। ऐसे में लगातार विशेषज्ञों को जांच के दायरे को बढ़ाने की जरूरत महसूस हो रही थी। इसी के तहत वर्जन-5 गाइडलाइन को जारी की गई है। साथ ही यह भी कहा गया है कि जांच की वजह से किसी इमरजेंसी पेशेंट या प्रेगनेंट महिला के ट्रीटमेंट में देरी न हो। उसकी जांच के लिए सैंपल भेज कर उसका ट्रीटमेंट जारी रहे।
चेन तोड़ने में मदद
जीएसवीएम मेडिकल कालेज के प्रो। प्रेम सिंह बताते हैं कि ज्यादा जांचें होने से ज्यादा संक्रमितों का पता लगाया जा सकेगा। जिससे उनको अलग कर संक्रमण की चेन को तोड़ने में मदद मिल सकेगी। उन्होंने बताया कि हाई रिस्क गु्रप में क्रोनिक बीमारियों वाले पेशेंट्स व प्रेगनेंट महिलाओं को रखा गया है। कोविड जांच में उन्हें ाी प्राथमिकता दी जाएगी।
इन स्थितियों में आरटीपीसीआर जांच जरूरी
- विदेश से 14 दिनों में लौटे सभी लोग जो आईएलआई सिम्टिम्स वाले हो
- किसी पॉजिटिव केस के संपर्क में आने वाले लोग जिन्हें आईएलआई सिम्टिम्स हो
- कंटेनमेंट एरिया में लगे फ्रंटलाइन वर्कर्स और कोविड ड्यूटी में लगे हेल्थ वर्कर्स
- सीवियर एक्यूट रेस्पेरेटरी इंफेक्शन यानी सारी वाले सभी पेशेंट्स
- 5 से 16 दिन किसी कंफर्म केस के संपर्क में आने वाले हाईरिस्क गु्रप के लोग
- आईएलआई सिम्टिम्स वाले हॉटस्पॉट व कंटेनमेंट एरिया में रहने वाले सभी लोग
-आईएलआई लक्षण वाले सभी माइग्रेंट्स
- हॉस्पिटल में भर्ती वह सभी पेशेंट्स जिनमें आईएलआई सिम्टिम्स डेवपल हो गए हाें
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आईएलआई- इंफ्लुएंजा लाइक इलनेस- बुखार और खांसी
सारी- सीवियर एक्यूट रेस्पेरेटरी इंफेक्शन - सांस लेने में प्रॉब्लम, बुखार और खांसी
'' आईसीएमआर ने आरटीपीसीआर टेस्टिंग की गाइडलाइन में कुछ बदलाव कर वर्जन-5 गाइडलाइंस जारी की है। जिसके तहत जांच का दायरे को बढ़ाया गया है। कानपुर समेत मंडल के सभी जिलों में नई गाइडलाइन के तहत सैम्पलिंग के लिए कहा गया है.''
- डॉ.आरपी यादव, एडिश्नल डायरेक्टर हेल्थ, कानपुर मंडल