-आईआईटी कानपुर शुरू करेगा चार नए कोर्स, फॉरेन के एडवांस सिस्टम के साथ ही नई रिसर्च और टेक्निक की मिलेगी जानकारी
- बोर्ड ऑफ गवर्नर्स (बीओजी) की बैठक में मिल चुका है ग्रीन सिग्नल, जुलाई से ऑनलाइन क्लास शुरू करने की तैयारी
इन सब्जेक्ट में बनाया जाएगा दक्ष
- साइबर सिक्योरिटी
- कम्युनिकेशन सिस्टम
- कमोडिटी मार्केट एंड रिस्क मैनेजमेंट
- पावर सेक्टर रिक्वायरमेंट पर पढ़ाई
KANPUR: अब इंजीनियर्स को और भी टैलेंटेड और इंडस्ट्री की डिमांड के मुताबिक बनाया जाएगा। इसके लिए आईआईटी कानपुर चार नए कोर्स शुरू करने जा रहा है। इन कोर्सेस में रिसर्च और एडवांस टेक्निक पर फोकस किया जाएगा। पिछले महीने बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की मीटिंग में इन कोर्सेस को हरी झंडी मिल चुकी है। अब जुलाई से ऑनलाइन क्लास शुरू करने की तैयारी है।
ई-मास्टर्स प्रोग्राम
इंजीनिय¨रग की पढ़ाई में स्टूडेंट्स को देश ही नहीं फॉरेन के एडवांस सिस्टम के साथ ही नई रिसर्च, टेक्निक और नई जानकारियां दी जाएंगी। यह सब आईआईटी कानपुर के चार नए ई-मास्टर्स प्रोग्राम से संभव होगा, जिसे पिछले महीने बोर्ड ऑफ गवर्नर्स (बीओजी) की बैठक में हरी झंडी मिल चुकी है।
अनुभवी लोग देंगे जानकारी
ये सभी कोर्स ऑनलाइन संचालित होंगे, जिसमें दो वर्ष या उससे अधिक समय तक तकनीकी क्षेत्र में अनुभव रख चुके विशेषज्ञ शामिल हो सकेंगे। चारों कोर्स में एडमिशन का प्रॉसेस का रिटेन एग्जाम और इंटरव्यू के माध्यम से होगी। इसको अगस्त से चालू किया जाना है। सभी मास्टर्स प्रोग्राम में 100-100 निर्धारित की गई हैं। यह कोर्स अपने आप में अलग तरह का है।
देश भर की किसी भी आईआईटी और अन्य प्रौद्योगिकी संस्थानों में पहली बार आयोजित किया जा रहा है। यह कोर्स साइबर सिक्योरिटी, कम्युनिकेशन सिस्टम, कमोडिटी मार्केट एंड रिस्क मैनेजमेंट, पावर सेक्टर रिक्वायरमेंट पर आधारित हैं। इनमें एडमिशन का प्रॉसेस और इंटरव्यू की जानकारी डिपार्टमेंट के द्वारा जल्द ही जारी की जाएगी।
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मॉनीट¨रग सिस्टम और बेहतर ढंग से काम कर सकेगा
आईआईटी के डायरेक्टर प्रो। अभय करंदीकर ने बताया कि ई-मास्टर्स प्रोग्राम अपने आप में अगल तरह के हैं। गवर्नमेंट और प्राइवेट सेक्टर के एक्सपर्ट्स इसमें शामिल होंगे। तकनीक का तेजी से विकास हो रहा है। सरकारी और निजी कार्यालयों को पूरी तरह से कंप्यूटरीकृत किया जा रहा है। नई तकनीक लाई जा रही है। ऐसे में एक्सपर्ट्स प्रोग्राम के माध्यम से अपनी जानकारी बढ़ा सकते हैं। इससे न सिर्फ समस्याओं का जल्दी समाधान होगा, बल्कि मॉनीट¨रग सिस्टम और बेहतर ढंग से काम कर सकेगा।
शिक्षा मंत्री ने ट्वीट कर दी बधाई
इंस्टीट्यूट के नए प्रोग्राम को लेकर एजूकेशन मिनिस्टर डॉ। रमेश पोखरियाल ने ट्वीट कर निदेशक और अन्य आफिसर्स को बधाई दी है। इंस्टीट्यूट और नए कोर्स के संचालन की प्ला¨नग कर रहा है। इसे भी जल्द ही लागू किया जाएगा।