हाल में जारी की गई एक नई शर्त के मुताबिक़ कामगारों को हटाना आसान हो जाएगा। मज़दूर यूनियन नई शर्त की वजह से नाराज़ हैं। वामपंथ से जुड़ा इटली का सबसे बड़ा मज़दूर संगठन सीजीआईएल मांग कर रहा है कि उनके ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की जाए जो टैक्स की चोरी करते हैं। विमान सेवाओं को रद्द कर दिया गया है, वाहन की आवाजाही भी बंद रहेगी, साथ ही सारे सरकारी दफ़्तर बंद रहेंगे।
कटौती
हालांकि दूसरे मज़दूर संगठन इस हड़ताल में शामिल नहीं हो रहे हैं। उनका कहना है कि जब सबकी नौकरियों पर ख़तरा है तो हड़ताल करने के कोई मायने नहीं हैं।
इटली में हाल में आए क़र्ज़ संकट के बाद प्रधानमंत्री सिल्वियो बर्लुस्कोनी सरकार पर दबाव है कि वो ख़र्च में कटौती करें। इटली को इस संकट से उबारने में यूरो मूद्रा के देशों ने मदद की है।
यूरोपीय सेंट्रल बैंक के दबाव में सरकार ने एक आर्थक कटौती योजना तैयार की है जिसे संसद की स्वीकृति के लिए इसी हफ्ते पेश किया जाना है। सोमवार को देश के शेयर बाज़ार में मंदी रही और इटली को क़र्ज़ के लिए अधिक ब्याज देने पड़ रहे हैं। सिल्वियो बर्लोस्किनी की लोकप्रियता बहुत नीचे चली गई है।
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