- सुजातगंज और बेगमपुरवा के एक पूर्व पार्षद के पास था मुस्तकीम का आना जाना
- एटीएस की इंटेरोगेशन में शहर के कई भूमाफियाओं से फंडिंग की मिली जानकारी
KANPUR : एटीएस के हत्थे चढ़ा मुस्तकीम देशी बम से लेकर कुकर बम तक बनाने में मास्टर था। एटीएस सूत्रों की मानें तो गजवात-उल- हिंद के कमांडर मिनहाज और सब कमांडर शकील को जब धमाके की तैयारी करनी होती थी, तभी मुस्तकीम को बुलाया जाता था। जिस घर से मिनहाज पकड़ा गया, उसके आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में शकील के साथ मुस्तकीम की तस्वीरें सामने आई हैं। इन तस्वीरों में जैद और शकील के अलावा दो लोग और भी देखे गए हैं।
नेपाल पुलिस से संपर्क
एटीएस का मानना है कि जब तक ये दोनों पकड़ से दूर हैं। तब तक ये नई परेशानी पैदा कर सकते हैं। सूत्रों की मानें तो एटीएस का मूवमेंट ज्यादा होने की वजह से फरार दोनों लोग देश की सीमा से दूर चले गए हैं। एटीएस नेपाल पुलिस से संपर्क कर रही है। जिसके बाद फरार दोनों की अरेस्टिंग संभव हो सकेगी।
निचले स्तर पर बनाया निशाना
एटीएस सोर्सेस के मुताबिक, एक्यूआईएस का ये मॉड्यूल निचले स्तर पर लोगों को निशाना बनाता था। संगठन को फंडिंग के लिए शहर के कुछ प्रॉपर्टी डीलर और कुछ भू माफिया भी इनके संपर्क में थे। बेगमपुरवा का एक पूर्व पार्षद भी मिनहाज और शकील के संपर्क में था। पूर्व पार्षद जमीनों की खरीद फरोख्त का काम करते हैं। वक्त जरूरत इनकी मदद के लिए शकील और मुस्तकीम कानपुर आते थे।
गनपाउडर कनेक्शन भी
कानपुर का गनपाउडर कनेक्शन भी मुस्तकीम और शकील का ही है। इतनी जानकारी हाथ लगने के बाद भी न तो एटीएस के हाथ कानपुर से कोई मजबूत इविडेंस मिला है और न ही आतंक का सुराग। एटीएस सूत्रों ने बताया कि मुस्लिम आबादी ज्यादा होने की वजह से इस मॉड्यूल से जुड़े लोगों को रहने और लोगों को बरगलाने की सुविधा आसानी से मिल जाती है यानी स्लीपिंग माड्यूल जिनको हेल्पिंग हैंड कहा जाता है, आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं।
मोबाइल में मिला नंबर तो ले गई एटीएस
रेल बाजार निवासी एक अधेड़ से भी एटीएस ने 36 घंटे तक पूछताछ की। इनकी पत्नी एक राजनीतिक पार्टी में भी शामिल रही हैं। सरकार होने के दौरान इनका बड़ा रसूख रहता था। तमाम पुलिस अधिकारी और एक मीडिया संस्थान के बड़े लोग इनसे जुड़े रहते थे। इनकी खुद की मानें तो इनसे 36 घंटे पूछताछ की गई। मिनहाज से आमना सामना कराया गया, मिनहाज ने इन्हें पहचानने से साफ इनकार कर दिया। जाने से पहले इनका मेडिकल कराया गया था और छोड़े जाने पर मेडिकल कराया गया था।