कानपुर (ब्यूरो) नर्वल तहसील परिसर में स्थित तालाब करीब 15 फीट गहरा है। सैटरडे की दोपहर स्कूल से छुट्टी होने के बाद सेमरझाल निवासी सरोज कुरील के 15 वर्षीय बेटा सक्षम व 10 वर्षीय सत्यम, प्रेम नारायण सविता का 14 वर्षीय बेटा अभय, प्रदीप अवस्थी का बेटा 10 वर्षीय दिव्यांश, उमेश कठेरिया का बेटा 13 वर्षीय कृष्णा और मनोज कुरील के 11 वर्षीय बेटा आशू तहसील परिसर स्थित तालाब के किनारे पहुंच गए। सत्यम और आशू कद में छोटे होने की वजह से तालाब की सीढिय़ों पर बैठकर नहाने लगे, जबकि अन्य चारों तालाब के अंदर चले गए। इसी दौरान सबसे पहले सक्षम गहराई में जाकर डूबने लगा तो उसे बचाने के लिए अन्य दोस्तों ने मदद की चूंकि तालाब की गहराई अधिक थी, इसलिए सभी पानी में समाते गए। चारों को डूबते देख सत्यम व आशू ने शोर मचाया तो मदद को लोग दौड़े।

दरोगा ने पानी में लगाई छलांग

मौके पर मौजूद महाराजपुर बाजखेड़ा निवासी मनोज निषाद व नर्वल थाने से पहुंचे दारोगा धन्य कुमार ने तुरंत तालाब में छलांग लगा दी। थोड़ी देर में एक गड्ढे से चारों को गंभीर हालत में बाहर निकाला गया। उन्हें आनन फानन प्राइमरी हेल्थ सेंटर से प्राथमिक उपचार के बाद रामादेवी स्थित संयुक्त चिकित्सालय ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। एसीपी छावनी अमरनाथ यादव ने बताया कि चारों मृतक बच्चों का पोस्टमार्टम संडे को सुबह छह से सात बजे के बीच होगा।

गांव में कोहराम, नहीं जले चूल्हे

एक साथ गांव के चार बच्चों की असमय मौत ने सेमरझाल गांव को झकझोर दिया। पूरे गांव में शोक का माहौल है। घरों में चूल्हे नहीं जले। सैकड़ों की संख्या में लोग मृतक के फैमिली मेंबर्स के साथ कांशीराम हॉस्पिटल पहुंचे। बाद में पुलिस ने दो बसों से सभी को वापस गांव भेजा।

जल्द रिपोर्ट देने को कहा

सूचना पर मंडलायुक्त डा। राज शेखर, डीएम विशाख जी ,पुलिस आयुक्त बीपी जोगदण्ड कांशीराम संयुक्त चिकित्सालय पहुंचे। पीडि़त परिवारों को सांत्वना दी व हर संभव मदद का आश्वासन दिया.कमिश्नर ने एसडीएम नर्वल गुलाब अग्रहरि को शासन से दी जाने वाली आर्थिक सहायता के लिए तत्काल रिपोर्ट बनाकर देने के निर्देश दिए।