- 15वें वित्त आयोग में आए बजट को लेकर नगर निगम में शुरू हुआ मंथन
- कोरोना काल में सिर्फ प्रमुख कार्य हो रहे थे, अब कार्यो को गति देने का प्लान
KANPUR : कोरोना के चलते थमे विकास कार्य अब जून महीने में रफ्तार पकड़ेंगे। इसके लिए विभागीय स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। सभी जोनल अधिकारियों को विकास कार्यो की लिस्ट मांगी गई है। वहीं 15वें वित्त आयोग के तहत मिले 150 करोड़ रुपए के बजट को भी पास करने की कवायद शुरू हो गई है। इसमें 75 करोड़ रुपए से पॉल्यूशन कम करने, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट और अन्य 75 करोड़ रुपए से विकास कार्य कराए जाएंगे। ये बजट बीते 4 महीनों से नगर निगम के खाते में पड़ा है, लेकिन अभी तक इसका यूज नहीं हो सका है।
डस्ट पॉल्यूशन कम करने पर जोर
यूपी पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक सिटी में 14 परसेंट डस्ट पॉल्यूशन है। इसको कम करने के लिए जीटी रोड पर आईआईटी से रामादेवी तक सड़क किनारे इंटरलॉकिंग टाइल्स बिछाई जानी है। इसके अलावा 10 मुख्य सड़कों को भी इसमें शामिल किया गया है। साथ ही बंद पड़े 14 फाउंटेन को शुरू करने के साथ ही 6 अन्य चौराहों पर भी नए फाउंटेन लगाए जाएंगे, जिससे पॉल्यूशन का ग्राफ नीचे लाया जा सके।
बनेगा एक और शवदाह गृह
शहर में वायु प्रदूषण रोकने को लेकर भगवतदास घाट में एक और विद्युत शवदाह गृह का निर्माण कराने का प्लान बनाया गया है। इसमें करीब 70 लाख रुपए खर्च होंगे। वहीं टैफ्को नाला, परमिया नाला, सीओडी नाला, आईसीआई नाला, गंदा नाला, हलवाखाड़ा व पनकी नाला (थर्मल पावर) के किनारे के हिस्से में टाइल्स लगाई जाएगी ताकि डस्ट न उड़े।
यहां लगे फव्वारे होंगे ठीक
किदवईनगर चौराहा, घंटाघर चौराहा, नरौना चौराहा, चार्लस चौराहा फूलबाग, मेघदूत चौराहा, भगवतदास तिराहा, ग्वालिन चौराहा स्वरूप नगर, गोल चौराहा, बकरमंडी चौराहा, चावला चौराहा गोविंद नगर, शास्त्रीनगर चौराहा और नीरक्षीर चौराहा काकादेव
नालों के किनारे लगेंगे पत्थर व पौधारोपण
नाला नाले की लंबाई
टैफ्को नाला 0.70
परमियां नाला 4.50
सीओडी नाला 8.50
आईसीआई नाला 3.06
गंदा नाला विजय नगर 7.50
हलवा खेड़ा नाला 6.60
पनकी थर्मल पावर नाला 1.80
नोट- नाले की लंबाई किमी। में है।
इन 7 इंडीकेटर्स पर होगा काम
- वॉल पेंटिंग
- कवर्ड जल निकासी व सीवर निकासी
- वेस्ट से बना हुआ कोई स्थान या सेल्फी प्वाइंट
- साफ-सुथरा स्ट्रीट वेंडिंग जोन
- कोई बैनर न लगा हुआ हो
- दीवार कहीं कोई पोस्टर न लगा हो
- चौराहे पर फाउंटेन हो व उसमें वेस्ट वाटर का यूज हो
डस्ट पॉल्यूशन कम करने के लिए काम
- रोड व फुटपाथ पर गड्ढे न हो
- निर्माण कार्य पूरी तरह से कवर्ड हो
- रोड पर चल रहे निर्माण कार्य कवर्ड हो
- रोड के आसपास निर्माण सामग्री न एकत्रित हो
- 3 फीट चौड़े डिवाइडर के आसपास पौधरोपण
- ग्रीनबेल्ट एरिया अतिक्रमण मुक्त हो
इन सड़कों पर डस्ट हटाने का विशेष प्लान
- जरीबचौकी से विजय नगर तक
- जरीबचौकी से घंटाघर चौराहा तक
- जरीबचौकी से टाटमिल चौराहा तक
- रामादेवी चौराहा से जाजमऊ
- विजय नगर से नमक फैक्ट्री चौराहा
- वीआईपी रोड से अफीमकोठी होते हुए टाटमिल
- गुमटी नं.-5 से गोल चौराहा
- फजलगंज से मरियमपुर चौराहा
- कोकाकोला चौराहा से रावतपुर तिराहा
- रावतपुर तिराहा से चुन्नीगंज होते हुए परेड
कोविड की वजह से तमाम विकास कार्य बाधित हो गए थे। शहर को पॉल्यूशन फ्री करने, इंडस्ट्रियल एरिया समेत वार्डो में होने वाले को जून महीने में रफ्तार दी जाएगी। इसके लिए खाका तैयार किया जा रहा है।
-आरके सिंह, अधिशाषी अभियंता, प्रोजेक्ट सेल।