कानपुर(ब्यूरो)। अपने घर की छत पर आप टेरेस गार्डन बनाकर आर्गेनिक और फ्रेश वेजीटेबल का प्रोडक्शन कर सकते हैैं। इस तरह की गार्डेनिंग में छत पर वजन पडऩे से छत के कमजोर होने का डर रहता है, जिसका हल साइंटिस्ट्स ने निकाल लिया है। अब आप बिना गमले और मिट्टïी के भी टेरेस पर वेजीटेबल्स का प्रोडक्शन कर सकते हैैं। इस माध्यम से वेजीटेबल के प्रोडक्शन से गमलों और मिट्टïी वाली गार्डेनिंग की अपेक्षा वजन में तीन गुना की कमी आती है और प्रोडक्शन भी बेहतर रहता है। तो अगर आप भी टेरेस गार्डन बनाने की सोच रहे हैैं तो यह खबर आपके लिए इंपार्टेंट है।
ग्रो बैग में मिलाएं स्वाइल लेस मीडिया
टेरेस गार्डेनिंग के लिए आपको सबसे पहले ग्रो बैग लेना होगा। यह आपको रावतपुर के आसपास स्थित बीज और खाद की दुकानों में आसानी से मिल जाएगा। अलग अलग साइज में इसको परचेस किया जा सकता है। इसको लगाने से पहले आपको इसका वजन न बढ़े इसके लिए स्वाइल लेस मीडिया को तैयार करना होगा। स्वाइल लेस मीडिया में तीन भाग कोकोपिट, एक भाग परलाइट और एक भाग बर्मी कोलाइट को मिलाया जाता है। इसको तैयार करने से पहले कोकोपिट को तीन बार धोकर सुखाना है। कोकोपिट को धोने के पीछे यह रीजन है कि इसका पीएच मान ज्यादा होता है जो कि प्लांट की ग्रोथ को रोकता है। तीन बार धोने से इसका पीएच मान कम हो जाता है, जिससे पौधे आसानी से ग्रो कर लेते हैैं।
इस वेजीटेबल्स का टेरेस में हो सकता हैै प्रोडक्शन
टेरेस में ग्रो बैग के जरिए आप उन सभी वेजीटेबल्स को उगा सकते हैं, जिनका यूज डेली किचन में किया जाता है। टेरेस में धनिया, मिर्चा, मूली, टमाटर, बैगन, लौकी, तरोई, शिमला मिर्च, मटर, भिंडी और गाजर आदि को बोया जा सकता है। घर मेें उगने वाली सब्जियों में बेनीफिट यह है कि यह आर्गेनिक होती हैैं, जिससे हेल्थ बेस्ट रहती है।
इन बातों का रखें ध्यान
- ज्यादा समय में पकने वाली वेजीटेबल्स को एक तरफ लगाएं।
- बेल वाली वेजीटेबल्स को फेसिंग के सहारे चढ़ाएं।
- बोने से पहले बीज को प्रमाणित संस्थान से ही लें।
- जल निकासी का उचित प्रबंध रखें।
टेरेस गार्डन बनाने में गमले के बजाय ग्रो बैग ज्यादा बेहतर हैैं। इसमें वजन कम रहता है और यह ज्यादा समय तक टिकाऊ है। अगर छत हैै तो घर में ही वेजीटेबल्स को बोएं।
डॉ। डीपी सिंह, प्रभारी अधिकारी (एक्रिप सब्जी फसल), सीएसए