कानपुर (ब्यूरो) जूही में रेलवे कालोनी मिलिट्री कैंप निवासी सर्वेश का आठ साल का बेटा आयुष्मान, प्रवेश का 10 साल का बेटा रेहान और नगर निगम सफाई कर्मी नीरज की 11 साल की बेटी ईशा रविवार शाम संदिग्ध हालात में लापता हो गए थे। देर रात पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदण्ड और जेसीपी आनंद प्रकाश तिवारी बच्चों के परिजनों से मिले और जानकारी की। जूही पुलिस के मुताबिक, देर रात उन्नाव टेंपो स्टैंड के पास तीनों बच्चों को एक पान विक्रेता यस जायसवाल ने देखा। उसने पुलिस को सूचना दी। देर रात ही पुलिस उन्नाव पहुंची और बच्चों को थाने ले आई। एसीपी आलोक सिंह ने बताया कि तीनों बच्चे सकुशल हैं।
नकली रुपयों से किया सफर
रेलवे कॉलोनी मिलिट्री कैंप से लापता हुए तीनों बच्चों ने घर से उन्नाव तक पहुंचने की पूरी कहानी पुलिस को बताई। दोनों बच्चों ने बताया कि ईशा ने उनसे चलने के लिए कहा था घर से निकलने के बाद रिक्शा से वे घंटाघर पहुंचे और घंटाघर से ई रिक्शा पकड़ कर शुक्लागंज गए। शुक्लागंज से उन्होंने उन्नाव के लिए टेंपो पकड़ी। खास बात ये थी कि बच्चों के पास पैसे नहीं थे। ईशा अपने साथ चिल्ड्रन बैंक के नकली नोट ले गई थी। रात का समय था ऐसे में ईशा ने 200 का नकली नोट टेंपो वाले को थमा कर 60 का किराया चुकता किया और 140 वापस ले लिए। इसी 140 से उन्होंने उन्नाव के रामलीला मैदान में मेले का लुत्फ उठाया। डीसीपी साउथ प्रमोद कुमार ने बताया कि पुलिस कमिश्नर ने बच्चों की सूचना देने वाले यस जायसवाल को 5000 रुपये का नगद इनाम व सम्मानित करने की घोषणा की।