कानपुर (ब्यूरो)। सेंट्रल स्टेशन में फ्राइडे को अपने मां-पिता से बिछड़ी एक पांच साल की बच्ची दिल्ली जाने वाली ट्रेन में बैठ गई थी। बच्ची के लापता होने पर स्टेशन पर उसकी मां दहाड़े मार रो रही थी। आरपीएफ को मामले की जानकारी मिली तो वह तत्काल एक्टिव हुई। स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से बच्ची को दिल्ली जाने वाली ट्रेन में देखा और ट्रेन में तैनात टीटीई से बात कर बच्ची को इटावा में उतार कर दूसरी ट्रेन से कानपुर पहुंचाने की व्यवस्था बनाई। इस पूरे घटनाक्रम में आरपीएफ को मात्र दो घंटे लगे।
क्या थी पूरी घटना
आरपीएफ कमांडेंट विजय पंडित ने बताया कि फ्राइडे को मुनीश साहू अपनी पत्नी सुमन साहू व एक वर्ष के बेटे और पांच साल की बेटी प्रियांशी के साथ रायबरेली जाने के लिए कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन में प्लेटफार्म पांच की तरफ जा रहे थे। इस दौरान प्रियांशी कही गुम हो गई। बच्ची की मां प्लेटफार्म पर रो रही थी। मामले की जानकारी डिप्टी सीटीएम आशुतोष सिंह व एसीएम संतोष त्रिपाठी को अपने स्टॉफ के माध्यम से पता चली। उन्होंने सीसीटीवी फुटेज से चेक करने पर पाया की बच्ची प्लेटफार्म 2 पर खड़ी टुंडला की ओर जाने वाली पारसनाथ एक्सप्रेस में चढ़ गई है। रेलवे अधिकारियों ने तत्काल ऑन बोर्ड टिकट चेकिंग स्टाफ चंद्रेश्वर से फोन कर बच्ची को ढूंढने का आदेश दिया। बच्ची कोच में मिल गई। जिसके बाद चंद्रेश्वर ने उसे बी-5 कोच में बैठाया। जिसके बाद ट्रेन को इटावा में रुकवाकर बच्ची को उतारा गया और उधर से आने वाली कालका एक्सप्रेस से कानपुर लाया गया।