कानपुर(ब्यूरो)। मंडे देर रात बदमाशों ने एक दुस्साहसिक वारदात को अंजाम दिया। हेड कांस्टेबल पर ईंट और डंडे से हमला कर उसे अधमरा कर दिया। इस दौरान बदमाश चिल्लाते रहे- पुलिस पैर में गोली मारती है, इसके पैर तोड़ दो। बदमाशों ने पैर पर डंडे और ईट से ताबड़तोड़ वार भी किए। हेड कांस्टेबल ने कहा कि बदमाश भागने से पहले मोबाइल और पैसे भी ले गए। घटना के बाद आसपास के ग्रामीणों ने हेड कांस्टेबल को बिल्हौर सीएचसी में एडमिट कराया गया। हालत गंभीर होने के कारण उन्हें वहां से हैलट अस्पताल रेफर कर दिया गया। हेड कांस्टेबल का आईसीयू में इलाज चल रहा है। जबकि दोनों बदमाशों के खिलाफ हत्या का प्रयास और लूट की एफआईआर दर्ज की गई है। घटना बिल्हौर के कमसान गांव के पास की है।
पीआरवी में तैनात है हेड कांस्टेबल
हेड कांस्टेबल मो। मुर्तजा ककवन थाना क्षेत्र में पीआरवी में तैनात है। मंडे रात को हेड कांस्टेबल किसी काम से बिल्हौर गए थे। वहां पर उन्होंने अपने दोस्त दिलीप से नॉनवेज बनवाया था। लेकिन किसी वजह से वे उसके घर नहीं पहुंच सके। उन्होंने दिलीप को फोन करके बिल्हौर के कमसान गांव के पास ही खाना मंगवा लिया। घटना के वक्त वे अपने दोस्त का इंतजार कर रहे थे।
बाइक पर आए बदमाश
इस दौरान बाइक सवार दो युवक वहां आए। एक के हाथ में ईंट थी तो दूसरे के हाथ में डंडा। दोनों ने बगैर कुछ पूछे हेड कांस्टेबल पर हमला बोल दिया। उन्हें इतनी बेरहमी से पीटा कि कपड़े तक फट गए। शरीर ऊपर से नीचे तक नीला पड़ गया। नाक और मुंह से खून निकलने लगा। हेड कांस्टेबल जब अचेत होकर जमीन में गिर पड़े, तब बाइक सवार बदमाश उन्हें छोडक़र फरार हो गए। उनके जेब से 4500 रुपए और मोबाइल भी निकाल ले गए। इसके बाद वहां से गुजर रहे कुछ ग्रामीणों ने बिल्हौर थाने पर घटना की जानकारी दी।
बदमाश बोल रहे थे पैर तोड़ दो
कांस्टेबल पर जानलेवा हमला और लूट मामले में नई बात सामने आई है। हॉस्पिटल में मौजूद कांस्टेबल के बहनोई ने बताया की बदमाश मारपीट के दौरान बोल रहे थे की पुलिस पैर में गोली मारती है पैर तोड़ दो। इस वजह से कांस्टेबल के दोनों पैरों को तोडऩे के लिए बदमाशों ने ताबड़तोड़ वार किया। पीआरवी प्रभारी जय शंकर मिश्रा भी मंगलवार सुबह घायल कांस्टेबल को देखने पहुंचे। उन्होंने बताया की कांस्टेबल ड्यूटी के बाद खाना खाने बिल्हौर गए थे। वहां पर बाइक सवार दो बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया। कांस्टेबल उस वक्त वर्दी में नहीं थे। मामले की जांच की जा रही है।
फटकार के बाद शुरू हुआ इलाज
देर रात 1 बजे बिल्हौर पुलिस ने उसे हैलेट अस्पताल में एडमिट कराया। जबकि रात 2:30 बजे पर्चा बन सका। इसके बाद सुबह 8 बजे मरीज अस्पताल में एडमिट हो सका और उसका इलाज शुरू किया गया। सुबह 11 एसआईसी आरके सिंह के आने के बाद उन्होंने पूरे स्टाफ को फटकार लगाई तब इलाज शुरू हो सका। डॉक्टरों ने मेडिकल किया और हालत खतरे से बाहर होने पर वार्ड में शिफ्ट किया गया।