कानपुर(ब्यूरो)। एनवॉयरमेंट व एनर्जी कंजर्वेशन के लिए गुरुदेव चौराहा स्थित मेट्रो डिपो में सोलर प्लांट से पॉवर जेनरेशन शुरू हो गया है। यूपीएमआरसी ऑफिसर्स के मुताबिक एक मेगावॉट के सोलर प्लांट से एक वर्ष में लगभग 10.80 लाख यूनिट एनर्जी का जेनरेशन होगा। इससे मेट्रो का बिजली खरीदने में आने वाला खर्च भी कम हो जाएगा और सालाना लगभग एक करोड़ रुपए तक की बचत होगी। साथ ही कोल से जेनरेट होने वाली बिजली बचने से कार्बन इमीशन भी कम होगा।
पॉल्यूश्यान में आएगी कमी
कानपुर मेट्रो ने गुरुदेव चौराहा स्थित मेट्रो डिपो के ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर (ओसीसी) बिल्डिंग की छत पर लगभग 10 हजार वर्ग मीटर के क्षेत्र में सोलर प्लांट लगाया है। मई में सोलर पैनल्स लगाने का काम शुरू हुआ था। लगभग 3000 सोलर पैनल्स लगाए गए हैं। सोलर प्लांट से बिजली उत्पादन से कानपुर मेट्रो को सालाना लगभग 770 मीट्रिक टन तक कार्बन इमिशन कम करने में मदद मिलेगी। यह लगभग 8900 पेड़ लगाने के बराबर है।
लिफ्ट्स व लाइट सोलर पैनल्स से रोशन
मेट्रो ट्रेनों व लिफ्ट्स में रीजेनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम का यूज होगा। मेट्रो ट्रेनों में एयर कंडीशनिंग सिस्टम को कंट्रोल करने के लिए एचवीएसी सिस्टम का यूज कर मेट्रो सिस्टम में 100 प्रतिशत एलईडी लाइटिंग आदि के लिए यूज किया जाएगा।