कानपुर (ब्यूरो) शहर में पिछले साल 28 दिसंबर को मेट्रो ट्रेन का संचालन शुरू हुआ था। फिलहाल आईआईटी से मोतीझील तक प्रायरिटी सेक्शन में ट्रेनें चल रही हैं। प्रायरिटी सेक्शन के लिए आठ ट्रेनों की जरूरत थी लेकिन दोनों कॉरीडोर बनने के बाद यहां 39 ट्रेनों की जरूरत है। इसमें 29 ट्रेनें आईआईटी से नौबस्ता तक के पहले कॉरीडोर में चलेंगी। 10 ट्रेनें सीएसए से बर्रा आठ तक के दूसरे कॉरीडोर पर चलेंगी। ट्रेन के कोच गुजरात के सावली स्थित प्लांट से भेजे जा रहे हैं।
अब तक 11 ट्रेनें आ चुकी
जो ट्रेन कानपुर में चल रही है, वही आगरा में भी चलनी है। ये ट्रेनें भी सावली से बनकर आनी हैं। आगरा में मेट्रो का कार्य सात दिसंबर 2020 को शुरू हुआ था। छह किलोमीटर का पहला कॉरीडोर ताज ईस्ट गेट से जामा मस्जिद तक जाता है। इसमें तीन एलीवेटेड स्टेशन ताज ईस्ट गेट, बसाई और फतेहाबाद रोड हैं। वहीं तीन अंडरग्राउंड स्टेशन ताज महल, आगरा फोर्ट, जामा मस्जिद हैं। यहां प्राथमिक कॉरीडोर में छह ट्रेनों की जरूरत है। इसलिए अब उन्हें वहां भेजना है। शहर में अब तक 11 ट्रेनें आ चुकी हैं। दो और ट्रेनें आने के बाद यह संख्या 13 हो जाएगी। उसके बाद शहर की आपूर्ति रोक कर आगरा ट्रेन के कोच भेजे जाने लगेंगे।
2 कॉरीडोर कानपुर में मेट्रो के बनाए जा रहे हैं
11 ट्रेनें अभी दौड़ रही हैं प्रायरिटी सेक्शन में
29 ट्रेनों की जरूरत होगी पहले कॉरीडोर में
10 ट्रेनें दूसरे कॉरीडोर के लिए चाहिए होंगी
2024 में पूरा होना है पहला कॉरीडोर