कानपुर (ब्यूरो) झकरकटी बस अड्डे के रिडवलपमेंट प्रोजक्ट को शासन की तरफ से अप्रूवल मिले चार से पांच साल हो चुके हैं। इसके बावजूद आज तक रिडवलपमेंट वर्क के नाम पर यहां पर एक ईंट तक नहीं लगाई गई है। इसका मुख्य कारण झकरकटी सामानांतर पुल का निर्माण कार्य था। पुल निर्माण होने के बाद बस अड्डे के रिडवलपमेंट प्रोजक्ट शुरू होने की आस बढ़ी थी लेकिन अब बस अड्डा परिसर में मेट्रो अंडरग्राउंड स्टेशन का कार्य चालू कर लिया है। जिसकी वजह से एक बार फिर से बस अड्डे का रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट टल गया।

मूलभूत सुविधाएं भी नहीं
झकरकटी बस अड्डा कहने मात्र को अंतर्राज्यीय है। जहां सुविधाओं के नाम पर पैसेंजर्स के लिए कुछ भी नहीं है। हालात यह है कि गर्मी में पैसेंजर्स की प्यास बुझाने के लिए एक वॉटर कूलर भी डिपार्टमेंट की तरफ से नहीं लगाया गया है। एसी वेटिंग रूम तो है लेकिन वहां एसी ही नहीं लगी हुई है। इसके अलावा पैसेंजर्स के छाया में खड़े होने की पर्याप्त जगह भी नहीं है।

आंकड़े
- 1 हजार से अधिक बसों का आवागमन
- 40 हजार से अधिक पैसेंजर्स का डेली आवागमन
- 100 करोड़ रुपए से बस अड््डे का रिडवलपमेंट होना है
- 4 साल पहले शासन ने इस प्रोजेक्ट को अप्रूवल दिया था
- 2 साल अभी कानपुराइट्स को और करना होगा इंतजार