- फर्स्ट फेज में 9 कोच का रैक तैयार किया गया है, मार्च में रेलवे को किया जाएगा हैंड ओवर
- न्यू मेमू रैक में थ्री फेस मोटर लगेगी, पलक झपकते ही मेमू पकड़ लेगी स्पीड
KANPUR। आपने मुंबई लोकल में सफर किया होगा। प्लेटफार्म से छूटते ही चंद सेकेंड में मुंबई की लोकल ट्रेनें स्पीड पकड़ लेती है। अब इसी तरह कानपुर से चलने वाली मेमु ट्रेन भी हाईस्पीड से दौड़ सकेंगी। आधुनिक सुविधाओं से लैस मेमू कोच कपूरथला फैक्ट्री में तैयार किए जा रहे हैं।
मार्च में होगी लॉन्चिंग
मार्च में इन्हें लॉन्च किया जाएगा। अभी के मुकाबले ज्यादा स्पीड से मेमू इन ट्रैक में दौड़ सकेंगी। यह पलक झपकते ही स्पीड पकड़ लेंगे। दिल्ली-हावड़ा रूट और कानपुर-लखनऊ के बीच पैसेंजर्स हाईस्पीड मेमू ट्रेन में जर्नी कर सकेंगे।
कानपुर को एलॉट होंगे मेमू रैक
कानपुर में एनसीआर जोन का इकलौता मेमू शेड लगभग तैयार हो चुका है। मार्च में इसका उद्घाटन होना है। अभी एनसीआर रीजन के पास मेमू का एक भी रैक नहीं हैं। रेलवे के ऑफिसर संभावना जता रहे हैं कि मेमू रैक कानपुर को एलॉट किए जा सकते हैं। यह देश का पहला हाईस्पीड मेमू रैक होने के साथ एनसीआर रीजन का भी पहला मेमू रैक होगा।
कोच में टॉयलेट की भी सुविधा
हाईस्पीड मेमू रैक के सभी कोच में दो-दो टॉयलेट भी दिए गए है। अभी तक मेमू ट्रेनों में टॉयलेट नहीं होते थे। जिससे कई बार पैसेंजर्स को काफी समस्या फेस करनी पड़ती थी। नए मेमू रैक में एक कोच दो टॉयलेट की सुविधा दी गई है। जिससे पैसेंजर्स को काफी रिलीफ मिलेगी।
कैसे बढ़ेगी स्पीड
- रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला के पीआरओ जितेंद्र कुमार के मुताबिक अभी मेमू के कोच आईसीएफ बेस्ड कॉटन स्टील के बने हुए हैं।
- हाईस्पीड मेमू रैक में स्टेनलेस स्टील का यूज किया गया है।
- साथ ही इसमें थ्री फेस मोटर लगाई गई है।
- इससे ट्रेन मुम्बई लोकल की तरह चंद सेकेंड में स्पीड पकड़ेगी और रुक सकेगी।
- मेमू ट्रेनों में सिंगल फेस मोटर का अभी तक यूज किया जा रहा था।
जल्द फर्स्ट क्लास के कोच भी
रेल कोच फैक्ट्री अधिकारी के मुताबिक वो भी दिन जल्द आएगा। जब मेमू कोच में फर्स्ट क्लास के कोच मुम्बई लोकल की तर्ज पर लगाए जाएंगे। जिसमें मुम्बई लोकल की तर्ज पर वीआईपी पैसेंजर्स फर्स्ट क्लास में जर्नी कर सके। इस प्रोजक्ट में भी काम चल रहा है। संभावना जताई जा रही है कि जल्द ही इसका डिजाइन आरडीएसओ को अप्रूवल के लिए भेजा जाएगा।
ब्रेक में रीजनरेटिव सिस्टम
पीआरओ जितेंद्र कुमार के मुताबिक हाईस्पीड मेमू रैक की खास बात यह है कि कोच के व्हीकल्स में रीजेनरेटिव सिस्टम लगा हुआ है। ट्रेन के व्हीकल ब्रेक के दौरान इलेक्ट्रिक पैदा कर वापस ओएचई के माध्यम से ग्रिड में भेज देगा। मेमू चलने के दौरान को वह ओएचई से इलेक्ट्रिक लेगा लेकिन ब्रेक लगाने के दौरान रीजनरेटिव सिस्टम के चलते इलेक्ट्रिक पैदा करेगा।
एयरकंडीशन ड्राइवर केबिन
रेल अधिकारियों के मुताबिक तैयार किए जा चुके हाईस्पीड मेमू रैक डिजाइन में पैसेंजर्स सुविधाओं के साथ ड्राइवर का भी ख्याल रखा गया है। उन्होंने बताया नए मेमू रैक में ड्राइवर का केबिन पूरी तरह एयरकंडीशन रखा गया है। जिससे ड्राइवर को ट्रेन चलाते समय समस्या न फेस करनी पड़े।
आंकड़े
- 1 रैक कपूरथला में तैयार हो रहा
- 9 कोच है टोटल एक रैक में
- 30 दिनों के हाईस्पीड मेमू की लॉचिंग
- 1 कोच आरडीएसओ अप्रूवड के लिए भेजा गया था
हाईस्पीड मेमू रैक लगभग तैयार हो चुका है। मार्च में आधुनिक सुविधाओं से लैस मेमू के नए रैक को लॉन्च किया जाएगा। यह देश का पहला मेमू का हाईस्पीड वर्जन होगा।
जितेंद्र कुमार, पीआरओ, रेल कोच फैक्ट्री, कपूरथला