- जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के कोविड मैनेजमेंट को लेकर लगाई जमकर फटकार, कहा केजीएमयू और पीजीआई की तरह लीडरशिप की उम्मीद थी
- रेमडेशिविर की कालाबाजारी में जांच से संतुष्ट नहीं, दवाओं की कालाबाजारी करने वालों की संपत्ति होगी जब्त, ऑक्सीजन में आत्मनिर्भर बनेगा कानपुर
KANPUR : शहर ही नहीं प्रदेश के नामचीन जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की भूमिका कोविड की सेकेंड वेव में बेहद निराशाजनक रही। कानपुर दौरे पर आए सीएम योगी आदित्यनाथ ने जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल की जमकर क्लास लगाई। नाराजगी जताते हुए कहा कि केजीएमयू और पीजीआई की तरह कॉलेज को लीडरशिप की भूमिका में होना चाहिए था, लेकिन 1700 बेड के हॉस्पिटल में सिर्फ 350 कोविड बेड का हॉस्पिटल संचालित किया गया। लोगों को प्राइवेट हॉस्पिटल का रुख करना पड़ा। आईसीयू में टेलीकंस्लटेंसी जैसे इनोवेशन किए जाने थे, लेकिन नहीं किए गए।
हैलट में रेमडेशिविर इंजेक्शन ब्लैक हुए
केडीए में मंडलीय समीक्षा के दौरान सीएम ने कानपुर की समीक्षा करते हुए हैलट के अंदर रेमडेशिविर इंजेक्शन की ब्लैक मार्केटिंग में पकड़े गए वार्ड ब्वॉय का जिक्र करते हुए कहा कि समाज में क्या मैसेज गया। बेइज्जती वाली बात है। क्या इसमें सिर्फ वॉर्ड ब्वॉय ही दोषी था, स्पष्ट शासनादेश था कि पेशेंट को इंजेक्शन आईसीयू इंचार्ज और संबंधित डॉक्टर की प्रेजेंस में दिया जाएगा। इस मामले में गहन जांच की जरूरत है।
30 ऑक्सीजन प्लांट लग रहे
मंडलीय समीक्षा बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम ने कहा कि संभावित थर्ड वेव के आने से पहले कानपुर मंडल में ऑक्सीजन में पूरी तरह से आत्मनिर्भर हो जाएगा। 30 ऑक्सीजन प्लांट पूरे मंडल में लगाए जा रहे हैं। इसके बाद ट्रेन और हवाई मार्ग से ऑक्सीजन लाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि महामारी के दौरान दवाओं की कालाबाजारी करने वालों पर एनएसए की कार्रवाई के साथ ही संपत्ति भी जब्त की जाए। वहीं मई और जून का राशन फ्री में देने के लिए आया है। अगर, राशन कोटेदार लोगों से राशन के बदले पैसा मांगे तो उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई कर जेल भेजा जाए।
4.65 करोड़ टेस्ट अब तक किए गए
सीएम ने कहा कि भले ही कोरोना का सेकेंड पीक गुजर गया हो, लेकिन लोगों को अब भी बौद्धिक रूप से जागरूक करने की जरूरत है। 2 गज की दूरी, मास्क है जरूरी का मैसेज अब भी लोगों को देना होगा। वहीं कोरोना कफ्र्यू आगे भी लागू रहने के संकेत उन्होंने दिए। कहा कि कानपुर में 40 परसेंट पॉजिटिव रेट था, जो आज घटकर 2 परसेंट से नीचे आ गया है। सेकेंड वेव में कोविड काल में किए गए कार्यो का जिक्र करते हुए बताया कि ट्रैक, टेस्ट और ट्रीट करने की पद्धति पर चलकर 21 दिनों में 2.16 लाख लोगों ने कोरोना को मात दी। सेकेंड वेव के 15 दिन में यूपी में 1 लाख पॉजिटिव केस रोजाना आए। लेकिन 24 अप्रैल तक ये आंकड़ा 38 हजार तक सीमित हो गया। प्रदेश में रिकवरी रेट 93 परसेंट पर आ गया। 4.65 करोड़ टेस्ट अब तक किए जा चुके हैं।
लोग कहते थे बीजेपी की वैक्सीन है
सीएम ने विपक्षियों पर निशाना साधते हुए कहा कि लोग पहले इसे बीजेपी या मोदी वैक्सीन कहते थे, लेकिन बाद में उन्होंने खुद ये वैक्सीन लगवाई। इससे उनको दोहरा चरित्र सामने आया। कहते थे कि वैक्सीन फ्री लगनी चाहिए, लेकिन उन्हें नहीं मालूम वैक्सीन पहले से ही फ्री लगाई जा रही है। सेकेंड वेव को 30 मई तक पूरी तरह से नियंत्रित कर लेंगे। गांवों में भी वैक्सीनेशन सेंटर बनाए जाएंगे। इससे ग्रामीणों को शहर नहीं आना पड़ेगा।
मंत्री और विधायक रहे मौजूद
सीएम के साथ कैबिनेट मंत्री सतीश महाना, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री नीलिमा कटियार, महापौर प्रमिला पांडेय, सांसद सत्यदेव पचौरी, देवेंद्र सिंह भोले, विधायक अभिजीत सिंह सांगा, महेश त्रिवेदी, सलिल विश्नोई, सुरेंद्र मैथानी के अलावा कमिश्नर डा। राजशेखर, पुलिस कमिश्नर असीम अरुण, डीएम आलोक तिवारी, नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी, सीएमओ नेपाल सिंह, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल आरबी कमल समेत अन्य ऑफिसर्स मौजूद रहे।