- जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज को सेंट्रल इंस्टीटयूशन बनाने की पहल शुरू, पायलट प्रोजेक्ट के तहत एमबीबीएस की सीटें बढ़ा कर 500 करने की तैयारी

- 25 सितंबर को नई दिल्ली में हेल्थ मिनिस्टर , एमसीआई के सेके्रटरी जनरल, यूपी गवर्नमेंट के प्रिंसिपल सेकेट्री, जीएसवीएम प्रिंसिपल के बीच मीटिंग फिक्स

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KANPUR: हेल्थ मिनिस्ट्री जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में पॉयलट प्रोजेक्ट के तहत एमबीबीएस की सीटों की संख्या दो गुनी कर 500 करने की प्लानिंग कर रहा है। इसको लेकर पेपर वर्क भी शुरू हो चुका है। जिसके तहत इस मेडिकल कॉलेज को रन करने के लिए एक नया मॉडल तैयार किया जाएगा। जिसमें केंद्र और सीएम ऑफिस की भूमिका होगी। एमबीबीएस सीटें बढ़ाने के साथ कॉलेज को एक इंस्टीट्यूट का दर्जा भी मिलेगा। साथ ही बढ़ी हुई सीटों के बाबत नया इंफ्रास्ट्रक्चर भी तैयार किया जाएगा। इस मॉडल को लेकर 25 सितंबर को नई दिल्ली में हेल्थ मिनिस्टर डॉ.हर्षवर्धन, एमसीआई के सेके्रटरी जनरल, यूपी गवर्नमेंट के प्रिंसिपल सेकेट्री,जीएसवीएम मेडिकल कालेज की प्रिंसिपल के बीच मीटिंग भी फिक्स हो गई है।

500 सीटों का पहला काॅलेज होगा

मौजूदा वक्त में एमसीआई के रूल्स के मुताबिक किसी मेडिकल कॉलेज में 250 से ज्यादा एमबीबीएस की सीटें नहीं है। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में भी इस साल ईएसआई कोटा लागू होने के साथ एमबीबीएस की सीटों की संख्या 250 कर दी गई है, लेकिन अब नए मॉडल के तहत इस संख्या को डबल किये जाने का प्रपोजल बना है। इसको लेकर कालेज एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से एक गैप एनालिसिस स्टडी भी कराई गई है। जिसमें फैकल्टी और इंफ्रास्ट्रक्चर संबंधित जरूरतों को परखा जा रहा है।

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वर्जन-

सेंट्रल इंस्टीटयूट और एमबीबीएस की सीटें बढ़ाने को लेकर सीधे हेल्थ मिनिस्टर डॉ.हर्षवर्धन से बात हुई है। इसी को लेकर 25 सितंबर को एक हाईलेवल मीटिंग भी दिल्ली में है। जिसमें पूरे प्लान पर डिस्कशन होगा।

- डॉ.आरती लालचंदानी, प्रिंसिपल,जीएसवीएम मेडिकल कालेज