-कॉम्पटीशन में सफलता न मिलने पर कल्याणपुर में टीचर ने चार पन्ने का सुसाइड लेटर लिखकर दी जान

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KANPUR : बीते 24 घंटे में अलग-अलग क्षेत्रों में एक लेक्चरर व एक किशोरी ने फांसी पर झूल कर अपनी जिंदगी को अलविदा कर दिया। कल्याणपुर के मसवानपुर में लेक्चरर ने कॉम्पटेटिव एग्जाम में सफलता न मिलने पर फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। वहीं बिल्हौर में लोकलाज के भय से किशोरी ने फांसी लगाकर जान दे दी। पुलिस के मुताबिक लेक्चरर ने जान देने से पहले चार पन्ने का सुसाइड नोट लिखा। जिसमें कहाकि मैं जो कर रहा हूं, वह मेरा अपना फैसला है। शायद मैं अपनी ¨जदगी को संभाल नहीं पा रहा हूं। शिवनगर निवासी विनोद अग्निहोत्री का बेटा अंकित घाटमपुर के इंटर कॉलेज में लेक्चरर था।

चार पन्नों का सुसाइड नोट

थर्सडे देर रात अंकित ने अपने कमरे में पंखे से रस्सी के सहारे फांसी लगा ली। सुबह मां कादंबरी देवी उसे जगाने पहुंचीं तो उन्होंने बेटे का शव फंदे से लटका देखा। मौके से पुलिस को चार पन्नों का सुसाइड नोट भी मिला है। कल्याणपुर थाना प्रभारी अजय सेठ ने बताया कि युवक के मानसिक तनाव में होने की बात परिजनों ने बताई है। सुसाइड नोट में अंकित ने लिखा है कि मैं जो कर रहा हूं, वह मेरा अपना फैसला है। शायद मैं अपनी ¨जदगी को संभाल नहीं पा रहा हूं। इतनी घबराहट हो रही है कि सह नहीं पा रहा हूं। मेरी सांसें अब मुझसे झेली नहीं जा रही हैं चार पन्नों के सुसाइड नोट में उसने मोबाइल, क्रेडिट कार्ड, एटीएम कार्ड, ईमेल आइडी व लैपटॉप के पासवर्ड की जानकारी भी लिखी है।

किशोरी झूल गइर् फांसी पर

बिल्हौर क्षेत्र के एक गांव में 15 साल की किशोरी ने फांसी लगा कर अपनी जिंदगी खत्म कर ली। किशोरी के पिता ने बताया कि उसके परिवार में पत्नी और तीन बच्चे हैं। सबसे बड़ी बेटी 15 साल की है। कुछ दिन पहले पत्नी मायके चली गई थी। वेडनसडे की रात बच्चे घर के अंदर जबकि वह घर के बाहर सो रहे थे। रात 1 बजे जब वे अंदर गए तो पड़ोस में रहने वाला अखिलेश उनकी बड़ी बेटी से जबरदस्ती कर रहा था। उसे देखते ही अखिलेश भाग गया। पीडि़त ने बताया कि जब वह वापस लौटा तो घर की कुंडी अंदर से बंद थी। दूसरे बच्चों से दरवाजा खुलवाया तो बड़ी बेटी का शव फांसी पर झूल रहा था। पुलिस ने पीडि़त की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।