कानपुर(ब्यूरो)। इस बार होली पर सडक़ पर जरा बचकर निकलिएया क्योंकि आपका सामान रॉकेट लांचर, मिसाइलों और मशीनगन से हो सकता है। घबराइए नहीं, ये असली के रॉकेट और मिसाइलें नहीं बल्कि इनके मॉडल वाली पिचकारियां हैं। रंगों के सबसे बड़े त्योहार होली के लिए पिचकारियों का बाजार सज गया है। इस बार बच्चे अपने फेवरिट कार्टून कैरेक्टर और स्पोट्र्स स्टार वाली पिचकारियों से होली खेलेंगे। डोरीमॉन, बेनटेन, छोटा भीम से लेकर अन्य कई तरह की रंग बिरंगी पिचकारियां बच्चों को खूब भा रही हैं। साथ ही मार्केट में शेर, भालू, बंदर, चीते समेत अन्य कई तरह के मास्क भी आए हैं। ये सभी पिचकारियां दिल्ली से आई हैं।
यहां-यहां सज गई दुकानें
होली के लिए घरों में तैयारियां जोर पकडऩे लगी हैं। वहीं बाजार भी खुशियों के रंगो में डूबा हुआ है। गोविंद नगर, पी-रोड, परेड, फूलबाग, मेस्टन रोड, शास्त्री नगर, कल्याणपुर, रावतपुर, बड़ा चौराहा, घंटाघर समेत शहर की अन्य मार्केट रंग बिरंगी पिचकारियों से सज गई है। दुकानदार आरिफ ने बताया कि इस बार मार्केट में पिछले साल के मुकाबले ज्यादा रंग बिरंगी पिचकारियां आई है। क्रिकेट प्लेयर, मोदी, स्पाइडरमैन से लेकर बच्चों को आकर्षित करने वाली हर तरह की पिचकारियां आई है, जिसे लेकर बच्चों में खूब क्रेज है।
दिल्ली की पिचकारियों मचा रही धूम
मेस्टन रोड पिचकारी दुकानदार सुनील कुमार ने बताया कि पिछले दो साल से पिचकारी मार्केट काफी गिरा हुआ था, लेकिन इस बार मार्केट में काफ सुधार है। कानपुर में लगभग सभी व्यापारी दिल्ली से माल लेकर आए हैं, जिसमें तरह-तरह की पिचकारियां शामिल है। साथ पिछली बार की मार्केट से इस बार लगभग दस प्रतिशत पिचकारियों के रेट भी बढ़ गए हैं। लेकिन अच्छी बात यह है मॉल पूरी तरह इंडियन है।
रंग के साथ रंगे बरसे की धुन
मार्केट में कई ऐसी पिचकारी भी आई है, जिसकी आवाज गन जैसी है, लेकिन इसमें रंग निकलता है। इस तरह के आकर्षित करने वाले कई पिचकारी बच्चों का क्रेज बढ़ा रही हैं। इनमें रॉकेट लांचर, मिसाइल, मशीन गन, बटर फ्लाई गन, मूविंग गन पिचकारी शामिल हैं। इसके अलावा म्यूजिकल पिचकारी जिसका नाम पिंक डॉली पंप है। इससे पानी के साथ ही रंग बरसे गाने के धुन भी निकलती है।
30 रुपए से 2500 रुपए तक
इस बार मार्केट में 30 रुपये से लेकर 2500 रुपये तक की पिचकारियां बिकने के लिए आईं हैं। फायर इक्विपमेंट की तर्ज पर गुलाल के सिलेंडर आए हैं। छोटा सिलेंडर 200 रुपये से लेकर 300 रुपए तक बिक रहा है। यह आधा मिनट गुलाल को हवा में छोड़ता है, इसी तरह से बड़ा सिलेंडर आठ केजी का है जो एक मिनट तक गुलाल को उड़ाता है। इसका भी प्रयोग एक बार ही किया जा सकता है, जिसकी कीमत तकरीबन 2500 रुपये तक है। इसके अलावा शॉटगन, मैजिक ग्लास से लेकर आइस मैजिक भी मार्केट में डिमांड बनी हुई है।
पिचकारियों के रेट
नाम रेट(रुपए)
मैजिक ग्लास----80 से 100
टैंक पिचकारी---150 से 600
मास्क-------50 से 100
प्रेशर गन-----80 से 500
सिलिंडर-----200 से 2500
मास्क पिचकारी--100--150
आइस मैजिक----100--150
शॉटगन-------70 से 300
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क्या बोले कानपुराइट्स
- अच्छी बात है कि इस बार ज्यादातर पिचकारियां इंडियन आ रही हैं। अगर ऐसा ही रहा तो चाइना के प्रोडक्ट अपने आप बंद हो जाएंगे।
प्रतीक बाजपेयी
- अब इंडियन पिचकारियां भी चाइना की तरह आ रही हैं, जिससे पता नहीं चल पाता है कि यह इंडियन है या फिर चाइना की।
गोविंद शुक्ला
- चाइना के प्रोडक्ट को भारतीय बाजार से दूर करना होगा, तभी यहां के व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। इसके लिए सबका साथ जरूरी है।
नीरज अग्रवाल