कानपुर (ब्यूरो) आरटीओ अधिकारियों के मुताबिक 2007 में मैनुअल डीएल बनना बंद कर प्लास्टिक डीएल बनने लगे थे। जिसमें आरटीओ के पास डीएल अप्लीकेंट की पूरी जानकारी होने के साथ फोन नंबर भी सेव हो जाता था। इससे पहले के बने डीएल अभी भी फाइलों में हैं। जिनको सुरक्षित रखना संभव नहीं है। इन डीएल का डाटा अब ऑनलाइन सेव करने के लिए परिवहन विभाग ने हजारों की संख्या में कानपुर में मौजूद मैनुअल डीएल को स्मार्ट डीएल में बदलने की प्लानिंग तैयार की है।

ऑनलाइन ऐसे करे आवेदन
आरटीओ अधिकारियों के मुताबिक मैनुअल डीएल को स्मार्ट कार्ड में बदलने के लिए डीएल अप्लीकेंट को सबसे पहले आरटीओ में आकर विंडो नंबर 14 में डीएल का बैकलॉक कराना होगा। जिसके बाद लाइसेंस व आधार कार्ड की एक कॉपी संबंधित बाबू को देना होगा। डाक्यूमेंट चेक करने के बाद बाबू आपके डीएल की डिटेल ऑनलाइन सेव कर देगा। जिसके बाद अप्लीकेंट अपने स्मार्ट मोबाइल व कैफे सेऑनलाइन आवेदन कर ऑनलाइन डीएल रिप्लेसमेंट के लिए अप्लाई कर 400 रुपए फीस जमा कर सकता है। फीस जमा करने के साथ अप्लीकेंट को सिर्फ फोटो खिंचवाने के लिए आरटीओ आफिस जाना होगा। यह प्रक्रिया करने के एक सप्ताह के बाद स्मार्ट डीएल अप्लीकेंट के घर डाक के माध्यम से भेज दिया जाएगा।

निर्धारित की जाएगी समय सीमा
आरटीओ सोर्सेस की माने तो मैनुअल डीएल को स्मार्ट कार्ड में बदलने के लिए अभी समय सीमा निर्धारित नहीं की गई है। सिटी के डीएल अप्लीकेंट का पूरा डाटा ऑनलाइन रखने के उद्देश्य से आरटीओ मैनुअल डीएल को स्मार्ट डीएल में बदलने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए मुख्यालय से आदेश आना बाकी है।

आंकड़े
- 80 हजार से अधिक मैनुअल बने डीएल अभी चलन में
- 35 से अधिक प्लीकेंट डेली स्मार्ट डीएल के लिए करते अप्लाई
-45 हजार से अधिक मैनुअल डीएल 3 साल में स्मार्ट डीएल में बदले
- 400 रुपए फीस है मैनुअल डीएल को स्मार्ट कार्ड में बदलने की
- 10 हजार के आसपास मैनुअल डीएल के फाइलों के बंडल पड़े