-पुलिस पूछताछ में मां की मौजूदगी में मनीषा ने कबूल किया था अपना जुर्म

-कहा था कि मुझे गलती हो गई, मै प्रायश्चित करना चाहती हूं

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KANPUR: शहर के हाईप्रोफाइल और खौफनाक ज्योति हत्याकांड में आई नेक्स्ट चार्जशीट, बचाव पक्ष की रणनीति, बेल अर्जी समेत हर पहलू का खुलासा कर चुका है। अब आपका अखबार उस सुबूत के बारे में बताने जा रहा है जिसके आधार पर पुलिस ने गुटखा कारोबारी की बेटी और हत्यारोपी पीयूष की माशूक मनीषा की गिरफ्तारी की थी। ये सुबूत है हत्यारोपी मनीषा का इकबालिया बयान। जिसमे उसने ज्योति की हत्या के षड़यंत्र में शामिल होना कबूला था। साथ ही उसने कई महत्वपूर्ण जानकारी पुलिस को दी थी।

महिला पुलिस कर्मियों ने की थी पूछताछ

इस हाईप्रोफाइल हत्याकांड की केस डायरी के मुताबिक पुलिस ने फ्0 जुलाई को हत्यारोपी पीयूष की माशूका मनीषा मखीजा को पूछताछ के लिए उठाया था। जिसका ब्यौरा केस डायरी के पर्चा नम्बर ख्बी में दर्ज है। पुलिस ने मानवाधिकार समेत अन्य नियमों को ध्यान में रखते हुए उससे पूछताछ की। उस दौरान हत्यारोपी की मां वहां मौजूद थीू।

आधे घंटे में टूट गई थी मनीषा

पुलिस ने शक के आधार पर हत्यारोपी पति पीयूष की माशूका मनीषा माखीजा से पूछताछ की थी। जिसमें उसने कुछ ही देर में सच्चाई उगल दी। उसने पहले तो सच्चाई छुपाने के लिए पुलिस को गोलमोल जवाब दिए, लेकिन पुलिस के क्रास क्वेश्चंस में वो फंस गई और उसने करीब आधे घंटे में सच्चाई कबूल कर ली। पुलिस ने उसके साथ कोई मारपीट नहीं की थी, बल्कि वो खुद अपने ही जवाब से फंस गई। इस केस में जुड़े एक अधिकारी का कहना है कि मनीषा को तो ठीक से झूठ बोलना भी नहीं आता। पुलिस के सवालों से उसके पसीने छूटने लगे थे। पुलिस ने कुछ ही देर में उसका झूठ पकड़ लिया था।

मां के सामने कबूल किया कत्ल का गुनाह

महिला दरोगा रीना सिंह ने हत्यारोपी का झूठ पकड़ लिया, तो वो सच्चाई बताने में मजबूर हो गई। उसने मां के सामने अपना गुनाह कबूल करते हुए कहा कि वो ज्योति की हत्या की योजना में शामिल थी। उसने कहा कि उसका पीयूष श्यामदसानी की शादी से पूर्व प्रेम प्रसंग चल रहा है। हम दोनों एक दूसरे को बहुत चाहते है और एक दूसरे को भूल नहीं सकते है। वे फोन पर एक दूसरे से बात करते है। ज्योति हम दोनों के बीच आती थी और उसके कारण हम दोनों की शादी नहीं हो पा रही थी। इसलिए मैने और हत्यारोपी पीयूष ने ड्राइवर अवधेश के साथ मिलकर ज्योति को रास्ते से हटाने की योजना बनाई थी। जिसके तहत हत्यारोपी ड्राइवर अवधेश ने साथियों की मदद से ज्योति की हत्या कर दी। (ये लाइनें एक एक शब्द वैसी ही लिखी जा रही हैं जैसी कि उस डायरी में हैं जिसे पुलिस ने कोर्ट में पेश किया है.)

पीयूष ने मोबाइल समेत कई महंगे गिफ्ट दिए

पुलिस की पूछताछ में मनीषा ने मां के सामने बयान दिया कि उसको पीयूष महंगे गिफ्ट देता था। पीयूष उससे बेहद मोहब्बत करता था। पीयूष ने उसको मोबाइल के सिम भी दिए थे। जिसे उसने तोड़कर फेक दिया। पीयूष ने उसको कौन से महंगे गिफ्ट दिए। इस बाबत उसने को कुछ नहीं बताया। उसने सिर्फ मोबाइल सिम के बारे में पुलिस को बताया।

मुझसे गलती हो गई

मां के सामने हत्यारोपी मनीषा इकबालिया बयान देते हुए फफक फफक कर रोने लगी। उसने रोते हुए पुलिस से कहा कि मुझे मलाल हो रहा है। मुझसे गलती हो गई। अब मै प्रायश्चित करना चाहती हूं। इसका बाद वो फिर से रोने लगी।

शाम को 8.भ्भ् पर हुई गिरफ्तारी, महिला थाना में रखी गई

महिला दरोगा रीना गौतम ने हत्यारोपी मनीषा के जुर्म कबूल करने पर उसको उसी समय करीब 8.भ्भ् बजे हिरासत में ले लिया। महिला दरोगा ने वहां पर मौजूद हत्यारोपी की मां प्रीति को उसकी जानकारी दी। जिसके बाद महिला दरोगा रीना सिंह, कांस्टेबल सुनीता की कस्टडी और दरोगा जितेंद्र मोहन की निगरानी पर हत्यारोपी मनीषा को महिला थाना भेजा गया.

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क्म्क् के तहत दर्ज हुआ इकबालिया बयान

आईनेक्स्ट जिन बातों का खुलासा आज कर रहा है वो कोई कही सुनी बातें नहीं हैं.ये अदालत में दाखिल दस्तावेज में लिखी हैं। पुलिस ने मनीषा के खिलाफ जिस केस डायरी को अपनी ताकत को तौर पर अदालत में पेश किया है ये बातें उसी डायरी के पन्नों में दर्ज हैं जिसे आपका अखबार आपके लिए निकाल कर लाया है.कानूनी भाषा में इसे क्म्क् के तहत दर्ज बयान कहते हैं। पुलिस ने मनीषा को इसी के आधार पर गिरफ्तार करके जेल भेजा है।