कानपुर(ब्यूरो) रेलवे अधिकारियों ने ओवर चार्जिंग की समस्या पर अंकुश लगाने के लिए इसके अलावा सभी फूड स्टाल के बाहर खानपान सामग्री की एमआरपी लिस्ट लगवा दी है। इसके साथ ही कुछ फास्ट फूड व चाय के रेट की एक लिस्ट सभी स्टॉल के फ्रंट में चस्पा करावा दिया है। जिससे स्टेशन के विभिन्न प्लेटफार्मों में मौजूद फूड संचालक पैसेंजर्स से खानपान सामग्री में ओवर चार्जिंग न कर सकें। इसके अलावा एमआरपी रेट बोर्ड पर शिकायत नंबर भी प्रिंट किया गया है। जिससे पैसेंजर्स ओवर चार्जिंग की शिकायत भी आसानी से कर सके।
बासी भोजन नहीं बेच पाएंगे
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक कई बार पैसेंजर्स बासी खाना परोसने की शिकायत करते हैं। इस पर अंकुश लगाने के लिए पके हुए खाने के पैकेट पर मेकिंग डेट डालना अनिवार्य कर दिया है। इससे पैसेंजर्स को पता चल जाएगा। जो वह सामग्री खाने के लिए खरीद रहे हैं। वह कब बनाई गई है। उन्होंने बताया कि व्यवस्था से फूड स्टॉल संचालक बचा हुआ खाना दूसरे दिन पैसेंजर्स को नहीं बेच पाएंगे। उनको बचे हुए खाने को किसी जरूरतमंद या फिर जानवरों को ही देना होगा।
50 परसेंट शिकायत फूड से संबंधित
रेलवे के विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पैसेंजर्स की आने वाली शिकायतों में लगभग 50 परसेंट शिकायतें फूड से जुड़ी होती हैं। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया में अक्सर पैसेंजर्स फूड प्रोडक्ट में ओवर चार्जिंग, खाने की क्वालिटी व खाने पकाने में शुद्धता का ध्यान देने को लेकर शिकायत करते हैं। लिहाजा इस समस्या को दूर करने के लिए रेलवे बोर्ड लगातार प्रयासरत है।
आंकड़े
37 से अधिक फूड स्टॉल कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर
1 फूड प्लाजा कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर
2 लाख से अधिक पैसेंजर्स का डेली आवागमन
278 से अधिक ट्रेनों का डेली आवागमन
10 लाख से अधिक पैसेंजर्स दिल्ली-हावड़ा रूट की ट्रेनों में डेली करते जर्नी
खाने पीने की समाग्री में पैसेंजर्स संग होने वाली ओवर चार्जिंग पर पूरी तरह से अंकुश लगाने के लिए रेलवे ने यह कदम उठाया है। अगर कोई वेंडर एमआरपी से अधिक पैसा ले रहा है तो 139 टोल फ्री नंबर पर शिकायत कर सकते हैं।
आशुतोष सिंह, डायरेक्टर कानपुर सेंट्रल स्टेशन