कानपुर (ब्यूरो) कुछ स्थानीय लोगों ने बताया की फैक्ट्री में काम करने वाले कुछ मजदूरों की बीड़ी की चिंगारी से अभी कुछ दिन पहले भी आग लग गई थी। तब भी हम लोगों ने ही आग पर काबू पाया था। मजदूरों और स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस तो पहुंची लेकिन फायर ब्रिगेड ने आने में बहुत देर कर दी जिसकी वजह से स्थानीय लोगों में काफी नाराजगी थी।
मानकों के विरुद्ध चल रही थी फैक्ट्री
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ये फैक्ट्री इलाके के ही रहने वाले रघु चलाता ह.ै जब आग लगी तब फैक्ट्री में करीब 10 लेबर काम कर रहे थे। न तो फैक्ट्री का लाइसेंस है और न ही ही आग बुझाने के लिए कोई सामान। जैसे ही लेबरों आग को बढ़ते देखा वह लोग फैक्ट्री से बाहर निकल आए और पड़ोस में रहने वाले लोगों से मदद की गुहार लगाने लगे। लेकिन देखते ही देखते आग बेकाबू हो गई। जब इस बारे में रघु को सूचना दी गयी तो उसने अपना मोबाइल फोन ऑफ कर लिया और अपने घर से फरार हो गया। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।