सीएनएन न्यूज़ नेटवर्क ने अल मेगराही को त्रिपोली में खोज निकाला है। सीएनएन टीवी पर दिखाए गए फुटेज के अनुसार अल मेगराही जीवन की आखिरी सांसें गिन रहे हैं। मेगराही स्थायी रुप से बीमार हैं और वो ऑक्सीजन के सहारे सांसे ले रहे हैं। उन्हें पाइपों के ज़रिए भोजन दिया जा रहा है।

मेगराही के संबंधियों का कहना है कि मेगराही खाना नहीं खा सकते हैं और कई बार कोमा में चले जाते हैं। लीबिया के नागरिक मेगराही को दो साल पहले 2009 में स्कॉटलैंड की जेल से यह कहते हुए रिहा कर दिया गया था कि वो कुछ ही महीनों के मेहमान हैं।

अल मेगराही को लीबिया भेजे जाने के फैसले की ब्रिटेन और अमरीका में कड़ी आलोचना हुई थी। अमरीका और ब्रिटेन में अब भी मेगराही को लाकर उस पर मुकदमा चलाने की बात होती रहती है। हालांकि लीबिया के विद्रोहियों ने साफ कर दिया है कि मेगराही को प्रत्यर्पित नहीं किया जाएगा। पिछले महीने लोगों ने मेगराही को व्हीलचेयर पर गद्दाफ़ी समर्थक रैलियों में देखा था।

अल मेगराही को अमरीका की पैनएम विमान सेवा के एक विमान में बम रखने का दोषी पाया गया है। यह बम स्कॉटलैंड के लॉकरबी नामक स्थान पर गिरा था। 1988 में हुए इस हादसे में 270 लोगों की मौत हुई थी और जांच के बाद मेगराही को दोषी पाया गया था। मेगराही को 2001 में जेल भेज दिया गया था।

मेगराह तकनीकी आधार पर अभी भी स्कॉटलैंड के कैदी हैं और त्रिपोली पर विद्रोहियों के कब्ज़े के बाद स्काटलैंड के अधिकारी मेगराही से संपर्क करने की कोशिश कर रहे थे।

मेगराही के मिलने की सूचना के बाद सरकार और स्थानीय काउंसिल ने बयान जारी कर कहा है कि वो मेगराही के परिवार के साथ संपर्क में हैं और उन्होंने अपने लाइसेंस का उल्लंघन नहीं किया है।

अमरीकी टीवी नेटवर्क सीएनएन ने मेगराही के बेटे खालेद से बात की है और खालेद का कहना है कि वो मेगराही को ऑक्सीज़न दे रहे हैं और इलाज़ के लिए उन्हें कोई सलाह नहीं देता है क्योंकि कोई डॉक्टर नहीं है और न ही त्रिपोली में फोन लाइनें काम कर रही हैं।

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