- कोरोना चेन तोड़ने का लाकडाउन का फार्मूला सफल साबित हो रहा

- अस्पतालों में संक्रमित मरीजों की संख्या हुई कम, मिली कुछ राहत

KANPUR : शहर को कोरोना के कहर से थोड़ी राहत मिली है। पिछले छह दिनों में सबसे कम कोरोना संक्रमित शवों का अंतिम संस्कार मंडे को हुआ। विद्युत शवदाह गृह में लगे कर्मचारियों ने भी राहत की सांस ली। भैरोघाट और भगवतदास घाट स्थित विद्युत शवदाह गृह के सुपरवाइजर मोहम्मद कमरुद्दीन ने बताया कि कई दिनों बाद सबसे कम कोरोना संक्रमित शव आए हैं। संडे को भैरोघाट में 13 शवों का मशीन से और 40 शवों का लकड़ी से अंतिम संस्कार हो चुका था और रात नौ बजे तक सात शव वे¨टग में थे। वहीं भगवतदास में मशीन से सात शवों का अंतिम संस्कार हुआ। मंडे शाम पांच बजे तक भैरोंघाट में विद्युत शवदाह गृह में 10 कोविड शवों का अंतिम संस्कार किया गया। लगातार संख्या घटने की वजह लाकडाउन माना जा रहा है।

श्मशान घाट में भी

श्मशान घाटों में भी शवों के अंतिम संस्कार कम हुए। जहां बिठूर में चार दिन लगातार सौ से ऊपर शवों का अंतिम संस्कार हुआ वहीं संडे को 78 तो मंडे को 46 शवों का अंतिम संस्कार हुआ। वहीं भैरोघाट में एक दिन में 95 शवों का अंतिम संस्कार हुआ था वह रविवार को संख्या 65 पहुंच गई। मंडे को शाम पांच बजे तक यह संख्या मात्र 32 रही।

6 दिन में विद्युत शवदाह गृह में अंतिम संस्कार की स्थिति

दिन - कोरोना संक्रमित शव

27 अप्रैल - 89

28 अप्रैल - 100

29 अप्रैल - 78

30 अप्रैल - 101

1 मई - 95

2 मई - 67

3 मई (शाम पांच बजे तक) -50

दिन भैरोघाट - भगवतदासघाट - बिठूर - सिद्धनाथ -स्वर्गआश्रम

30 अप्रैल -72 - 25 - 79 - 44 - 65

एक मई - 65 - 32 - 79 -41 - 53

दो मई - 54 - 30 - 78 -27 - 50