कानपुर (ब्यूरो) कानपुर नगर, कानपुर देहात और आस-पास के जिलों में नमकीन समेत विभिन्न स्नैक्स बनाने का बड़ा कारोबार है। अलग-अलग स्थानों पर नमकीन बनाने वाली कंपनियों की कई फैक्ट्रियां हैं। इन फैक्ट्रियों में नमकीन के अलावा अन्य खाद्य पदार्थ भी तैयार किए जाते हैं। कानपुर देहात से लेकर कानपुर नगर और औरैया समेत अन्य जिलों में माल सप्लाई किया जाता है। रंग बिरंगे पैैकेटों में बेचे जाने वाले स्नैक्स को लेकर बच्चों में काफी आकर्षण रहता है। इनकी शुद्धता और क्वॉलिटी को लेकर कोई ध्यान नहीं रखा जाता है।
घटिया मैटेरीरियल का यूज
इन स्नैक्स को बनाने में घटिया तेल और अन्य मैटीरियल का इस्तेमाल किया जाता है। जहां इन्हें बनाया जाता है वहां काफी गंदगी होती है। साफ-सफाई का बिल्कुल ध्यान नहीं रखा जाता है। एक ही तेल को बार-बार इस्तेमाल किया जाता है। फूड सिक्योरिटी डिपार्टमेंट के अधिकारियों की भी कई बार इनसे मिलीभगत होती है। जो छापेमारी नहीं करते हैं। इस तहर के स्नैक्स खाने से पहले भी घटनाएं हो चुकी हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल
कुछ दिनों पहले कानपुर देहात से सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हुई, जिसमें प्राथमिक विद्यालय में नमकीन के पैकेट में मरी छिपकली निकलने का दावा किया गया था। पीडि़त ने इसकी शिकायत अधिकारियों से की। वहीं कार्रवाई की मांग को लेकर मुख्यमंत्री पोर्टल सहित अन्य अधिकारियों से ट्विटर कर शिकायत की। एसडीएम डॉक्टर पूनम गौतम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पीएचसी में भर्ती बच्चों के उचित ट्रीटमेंट करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जाएगी।