कानपुर (ब्यूरो)। होली के बाद ओपीडी में सबसे ज्यादा सांस लेने में परेशानी की प्राब्लम लेकर पेशेंट आ रहे हैैं। वेदर में हो रहे चेंजमेंट के चलते मुरारी लाल चेस्ट हॉस्पिटल और हैलट की ओपीडी में सांस के रोगियों की संख्या बढ़ी है। ओपीडी में आने वाले हर तीसरे मरीज में खांसी, बुखार, जुकाम, बलगम, खराश के लक्षण मिल रहे हैं। वहीं, कई मामलों में एक्यूट ब्रोंकाइटिस भी मिल रहा है। जिसे सही होने में दो से तीन सप्ताह का समय लग रहा है। होली के बाद ओपीडी में 400 से 500 पेशेंट सांस की समस्या को लेकर आ रहे हैैं।
एक्यूट ब्रोंकाइटिस भी
मुरारी लाल चेस्ट हॉस्पिटल के एचओडी प्रो। संजय वर्मा ने बताया कि होली के बाद अस्थमा के मरीजों की समस्या बढ़ जाती है। रंग और अबीर मुंह के जरिये शरीर के भीतर जाता है। जो एलर्जी की समस्या को बढ़ा देता है। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही एक्यूट ब्रोंकाइटिस भी अस्थमा के रोगियों में सबसे ज्यादा मिल रहा है।
सांस की नली में संक्रमण के कारण ब्रोंकाइटिस हो जाता है। होली के बाद से ओपीडी में 400 से अधिक मरीज इस प्रकार की समस्या लेकर पहुंच रहे हैं। टेस्टिंग के बाद अस्थमा के मरीजों को मुंह में मास्क लगाने और बाहर धूल और धुआं से बचाने के लिए कहा जा रहा है।