कानपुर (ब्यूरो)। मौसम में तेजी से बढ़ रहे तापमान के कारण शरीर में पानी की कमी और लू की समस्या लेकर ओपीडी में 50 प्रतिशत मरीज डेली पहुंच रहे हैं। जिनका इलाज प्राथमिकता पर ओपीडी और इमरजेंसी में किया गया। वहीं, बालरोग विभाग में डायरिया के लक्षण वाले आठ बच्चों को भर्ती कर इलाज शुरू किया गया।
मेडिसिन विभाग की वरिष्ठ प्रोफेसर और कार्यवाहक प्राचार्य प्रो। रिचा गिरि ने बताया कि सैटरडे को ओपीडी में उल्टी, दस्त, डायरिया, के साथ पेट संबंधित समस्या से ग्रसित ज्यादातर मरीज अस्पताल पहुंचे। जिनका इलाज विशेषज्ञों की टीम ने किया। जरूरत पडऩे पर कई मरीजों को फ्लूड चढ़ाकर उनके शरीर में तरल की कमी को पूरा किया गया।
आठ च्च्चे गंभीर हालत में भर्ती किए गए
उन्होंने बताया कि सैटरडे को कोई भी मरीज डायरिया और लू से मृत नहीं पाया गया। बालरोग विभागाध्यक्ष डा। एके आर्या ने बताया कि च्च्चों में उल्टी, दस्त और डायरिया के लक्षण मिल रहे हैं। गंभीर लक्षण वाले आठ मरीजों को भर्ती किया गया है। उनका इलाज अस्पताल में किया जा रहा है। इसी प्रकार उर्सला अस्पताल में भी सिटी के आउटर इलाके से पहुंचे ज्यादातर बुजुर्गों में लू के लक्षण मिले। उनका भी इलाज ओपीडी और इमरजेंसी के डाक्टरों ने किया।