कानपुर (ब्यूरो) शुलभ अपनी प्रेमिका किरन, उसके पिता रामदयाल व अपने भतीजे रिषभ के साथ मिलकर शव पांडु नदी में फेंक दिया था। पुलिस ने इन चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। मंगलवार दोपहर को आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के लिए पुलिस इनको लेकर कचहरी पहुंची। यहां घटना से आक्रोशित अधिवक्ताओं व अन्य लोगों ने आरोपियों को पीट दिया। मौके पर नजीराबाद, कोतवाली समेत तीन थानों की फोर्स भी मौजूद थी। हालांकि पुलिस अफसरों ने अधिवक्ताओं को समझाबुझाकर वहां से हटाया। किसी तरह से आरोपियों को वहां ले जाकर कोर्ट में पेश किया। जिसके बाद सभी जेल भेजे गए। दूसरी तरफ पुलिस ने मृतका की बहन बबली समेत कई अन्य लोगों के बयान दर्ज किए। उस शव की शिनाख्त अभी तक नहीं हो सकी है। जिसकी शिनाख्त बबली ने अंजना के रूप में की थी।
ठिकाने लगाने के बाद धुली थी कार
शुलभ ने अपने ही घर में अंजना की हत्या की थी। उसके बाद अपनी ऑल्टो कार में शव डालकर अपनी प्रेमिका के फ्लैट में ले गया था। यहां से वह जेस्ट कार से शव औंग लेकर गया और वहां नदी में फेंका। पुलिस ने मंगलवार को दोनों कारों की फोरेंसिक जांच कराई। बेंजाडीन टेस्ट में ऑल्टो की पीछे वाली सीट पर और जेस्ट कार की डिक्की में खून के धब्बे मिले। जांच में सामने आया कि आरोपियों ने वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों कारों की धुलाई कराई थी। दूसरे दिन भी पुलिस गोताखोरों की मदद से नदी में शव की तलाश करवाती रही।
सास-ससुर से हो रही पूछताछ
एसीपी नजीराबाद संतोष कुमार ङ्क्षसह ने बताया कि मंगलवार को आरोपियों को जेल भेजा गया है। वहीं अभी ननद, नंदोई और सास-ससुर से पुलिस पूछताछ कर रही है। एसीपी ने बताया कि हत्यारोपितों के मोबाइल नंबरों की सीडीआर के जरिए अन्य आरोपितों की भूमिका की जांच की जा रही है। पांडु नदी में जल पुलिस और पीएसी के गोताखोरों की मदद से तलाश कराई गई। बहाव तेज होने के चलते सफलता नहीं मिली है।